1500 में पास, 500 की स्क्रूटनी में फेल

धनबाद: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग के खेल निराले हैं. स्नातक पार्ट-वन की स्क्रूटनी का रिजल्ट विलंब शुल्क के साथ फॉर्म भरने के दो दिन पहले कॉलेज पहुंचा है. इसमें आवेदन का शुल्क 500 रुपये है, जबकि 1500 रु की आरटीआइ वाली स्क्रूटनी का रिजल्ट दो माह पहले ही आ गया. इसमें फेल रहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2014 11:01 AM

धनबाद: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग के खेल निराले हैं. स्नातक पार्ट-वन की स्क्रूटनी का रिजल्ट विलंब शुल्क के साथ फॉर्म भरने के दो दिन पहले कॉलेज पहुंचा है. इसमें आवेदन का शुल्क 500 रुपये है, जबकि 1500 रु की आरटीआइ वाली स्क्रूटनी का रिजल्ट दो माह पहले ही आ गया. इसमें फेल रहीं छात्रएं संबंधित विषय में पास भी हो गयी हैं. ऐसे में 500 रु वाली स्क्रूटनी का क्या औचित्य रह जाता है.

यह है नियम: विभावि स्नातक पार्ट वन में किसी विषय में फेल या कम नंबर पाने वाले असंतुष्ट परीक्षार्थियों के लिए अपनी उत्तर पुस्तिका की स्क्रूटनी कराने का प्रावधान है. इसके जरिये परीक्षार्थियों के प्राप्तांक के टोटल का मिलान (चेकिंग) किया जाता है. रिजल्ट आने के तुरंत बाद पांच सौ रुपये शुल्क जमा कर परीक्षार्थी स्क्रूटनी के लिए आवेदन करते हैं, ताकि स्नातक पार्ट टू का परीक्षा फॉर्म भरने से पहले स्क्रूटनी का रिजल्ट आ जाये.

क्या है स्थिति : एसएसएलएनटी महिला कॉलेज धनबाद में स्नातक पार्ट-वन की 91 छात्रओं की स्क्रूटनी का रिजल्ट 22 मई 2014 को मिला है. रिजल्ट विभावि से जारी ही हुआ है 16 मई 2014 को. आवेदन करने वाली छात्रओं का स्नातक पार्ट टू का परीक्षा फॉर्म बिना दंड शुल्क के 7 -17 मई 2014 तक भरना था, जबकि दंड शुल्क के साथ 24 मई तक.

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