झाड़-फूंक के चक्कर में गयी युवक की जान

सुदामडीह : अंधविश्वास व झाड़-फूंक में शनिवार की रात ठेका मजदूर फिल्मोन उरांव(32) की जान चली गयी. वह पाथरडीह बस स्टैंड का रहने वाला था. उसकी मौत ने पत्नी ज्योत्सना देवी, तीन पुत्री, मां, भाई व बहनों का सहारा छीन लिया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया. मृतक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 25, 2018 7:58 AM
सुदामडीह : अंधविश्वास व झाड़-फूंक में शनिवार की रात ठेका मजदूर फिल्मोन उरांव(32) की जान चली गयी. वह पाथरडीह बस स्टैंड का रहने वाला था. उसकी मौत ने पत्नी ज्योत्सना देवी, तीन पुत्री, मां, भाई व बहनों का सहारा छीन लिया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया. मृतक की पत्नी ने बताया कि 10 दिन पूर्व उसके पति को उसकी जांघ में एक छोटा सा घाव हो गया था, जिससे चलन में काफी तकलीफ होती थी.
पति ने पास के झाड़-फूंक करने वाले एक व्यक्ति से दिखाया. उसने सात-आठ दिन में घाव ठीक हो जाने की बात कही. उसने तक झाड़-फूंक के बाद जड़ी-बूटी पिसकर घाव पर लगाने के लिए दिया. जड़ी-बूटी लगाते ही उसकी जांघ में और भी फफोले निकल आये. पति फिर उसके बाद गया तो कुछ पैसे लिया और जड़ी-बूटी लगा दी. इसके बाद दर्द और बढ़ गया. पति की हालत बिगड़ने लगी तो उसे पास के एक डॉक्टर से दिखाया. डॉक्टर ने सूई व दवा दी, लेकिन किसी तरह की राहत नहीं मिली. कहा कि पति की मौत से हमारा परिवार बेसहारा हो गया है. घटना पर पाथरडीह में तरह-तरह की चर्चा है.

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