पीएमसीएच में जख्मी की पॉकेट से पैसा निकाल हुई मरहम-पट्टी

धनबाद/ बरवापूर्व : गोविंदपुर थाना अंतर्गत देवली के निकट अांबोना मोड़ एनएच-टू पर बुधवार की सुबह करीब सात बजे दिल्ली लेन में पूर्व से खड़े एक ट्रक को रॉड लदे ट्रक ने धक्का मार दिया. ट्रक गोविंदपुर की ओर जा रहा था. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रक में लदा पूरा रॉड केबिन तोड़कर सामने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 28, 2018 7:29 AM
धनबाद/ बरवापूर्व : गोविंदपुर थाना अंतर्गत देवली के निकट अांबोना मोड़ एनएच-टू पर बुधवार की सुबह करीब सात बजे दिल्ली लेन में पूर्व से खड़े एक ट्रक को रॉड लदे ट्रक ने धक्का मार दिया. ट्रक गोविंदपुर की ओर जा रहा था. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रक में लदा पूरा रॉड केबिन तोड़कर सामने आ गया. इसमें चालक राजेश कुमार व नीरज कुमार (कानपुर) तथा राकेश सिंह (औरंगाबाद, बिहार) फंस गये.
तीनों करीब तीन घंटा तक केबिन में दबे रहे. सूचना पर पुलिस व एनएचएआइ कर्मी एंबुलेंस व क्रेन के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. दो क्रेन, अग्निशमन वाहन, गैस कटर व स्थानीय ग्रामीण की मदद से तीनों को बाहर निकाला गया. स्टेयरिंग में फंसे चालक को निकालने में काफी परेशानी हुई. तीनों को पीएमसीएच भेज दिया गया. चालक का प्राथमिक इलाज एनएचएआइ के डॉक्टरों ने केबिन में ही किया. तीनों को निकालने के लिए केबिन से पहले रॉड निकाला गया. ट्रक कोलकाता से मुंबई जा रहा था.
पीएमसीएच में चल रहा इलाज : जिला का सबसे बड़ा अस्पताल में मरहम-पट्टी भी बाहर से खरीद कर लाना पड़ता है, लेकिन बुधवार को पीएमसीएच में सारी हदें पार कर दी गयीं. यहां जीटी रोड गोविंदपुर में दुर्घटना में घायल मरीजों की पॉकेट से पैसा निकाल कर मरहम-पट्टी लायी गयी. सामान आने के बाद जख्मी का बैंडेज व इलाज हो पाया. यह सब पीएमसीएच के कर्मचारी व गोविंदपुर पुलिस के सामने हुआ. दरअसल, पीएमसीएच की इमरजेंसी में जरूरी सामानों व दवाओं का घोर अभाव है. यहां आने वाले लोगों को इलाज से पहले दवा की पर्ची थमा दी जा रही है. चालक राजेश कुमार (45) व खलासी नीरज कुमार गौतम (28) (दोनों यूपी के कानपुर के खजुरा कला) व ट्रांसपोर्ट कर्मी राजेश सिंह (44) (बिहार के औरंगाबाद के बैजू बिगहा) गंभीर रुप से घायल हो गये थे.
खून से लथपथ तड़पते रहे जख्मी, जान बचाने की लगाते रहे गुहार : पीएमसीएच में घायल के आने के बाद काफी देर तक इलाज नहीं हो पाया. खून से लथपथ तीनों जख्मी कराहते रहे. लेकिन अस्पताल में मरहम-पट्टी नहीं होने के कारण कर्मचारी भी इलाज नहीं शुरू कर पा रहे थे. इसके बाद घायल चालक राजेश कुमार ने बार-बार जान बचाने की गुहार लगाते रहे. इसके बाद घायल चालक के पैकेट में साढ़े छह हजार रुपये मिले, इस पैसे को कर्मियों ने पुलिस की देखरेख में निकाला. इसके बाद इस पैसे से पट्टी, गॉजपीन, प्लास्टर आदि खरीद कर लाये गये.
जामताड़ा के पिता-पुत्र भी तड़पते रहे : पीएमसीएच में जामताड़ा के मिहिजाम में सड़क दुर्घटना में सुदन वैद्यकर, पत्नी जरानी वैद्यकर व पुत्र सहदेव वैद्यकर गंभीर रुप से घायल हो गये. पिता-पुत्र का हाथ टूट गया. लगभग 12 बजे घायल पीएमसीएच पहुंचे. यहां पर इन परिवार वालों के भी पैसे लेकर सामान मंगाये गये. तब जाकर तीनों का इलाज हुआ.

Next Article

Exit mobile version