छत्तीसगढ़ की पुलिस ने साइबर ठगों की तलाश में गोविंदपुर व सरायढेला में मारा छापा
धनबाद : छत्तीसगढ़ के आधा दर्जन थानों की पुलिस टीम ने दो दिनों से साइबर ठगों की खोज में धनबाद, देवघर समेत कई जगहों पर छापामारी की है. आधा दर्जन से अधिक साइबर क्राइम से जुड़े अपराधियों को खोज रही है. मोबाइल नंबर व बैंक खाता से मिली जानकारी के आधार पर तलाश की जा […]
धनबाद : छत्तीसगढ़ के आधा दर्जन थानों की पुलिस टीम ने दो दिनों से साइबर ठगों की खोज में धनबाद, देवघर समेत कई जगहों पर छापामारी की है. आधा दर्जन से अधिक साइबर क्राइम से जुड़े अपराधियों को खोज रही है. मोबाइल नंबर व बैंक खाता से मिली जानकारी के आधार पर तलाश की जा रही है. पुलिस को कई नाम व पता का सत्यापन नहीं हो पाया है.
धनबाद के तेलीपाड़ा, गोविंदपुर, सरायढेला समेत कई इलाकों में टीम ने दबिश दी है. फर्जी बैंक अधिकारी बन छत्तीसगढ़ के एक मजिस्ट्रेट के बैंक खाते से 40 हजार रुपये की निकासी कर ली गयी है. यह राशि धनबाद थाना क्षेत्र के तेलीपाड़ा शिमलडीह के ऑटो चालक संतोष प्रसाद के खाते में आयी है. पुलिस ने संतोष को दबोचा है. संतोष का कहना है कि वह खाता सरायढेला के मुकेश ने खुलवाया है. मुकेश उसमें पैसा डलवाता और निकालता है.
पुलिस ने मुकेश की खोज में छापामारी की, लेकिन वह नहीं मिला. संतोष के नाम से आठ बैंक खाता खुला है. सभी खाते में साइबर ठगी की राशि ट्रांसफर की गयी है. खाते में राशि आते ही तत्काल निकाल ली जाती है. संतोष ने शुरू में पुलिस को बरगलाने की कोशिश की, लेकिन सबूत व पुलिस सख्ती के आगे उसने राज खोल दिया. संतोष ने मुकेश के दो अन्य सहयोगी का नाम व ठिकाना पुलिस को बताया है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने देवघर जिले के मरगोमुंडा गांव में छापामारी कर राजू मंडल को पकड़ा है. राजू भी साइबर ठग गिरोह से जुड़ा हुआ है. छत्तीसगढ़ पुलिस को धनबाद, देवघर, जामातड़ा व गिरिडीह समेत अन्य जिलों से जुड़े साइबर ठगों की तलाश है.
क्रेडिट कार्ड से ठगी करने वाले गिरोह की तलाश : धनबाद थाना की पुलिस बजाज फाइनेंस के कार्ड व क्रेडिट कार्ड की जानकारी लेकर ठगी करने वाले गिरोह का नेटवर्क जानने में जुटी हुई है. पुलिस तेलीपाड़ा से पकड़े गये नंदलाल पासवान से पूछताछ में गिरोह के जुड़े अन्य सदस्यों को खोज रही है. पुलिस अब नंदलाल के दोस्त जामताड़ा के अमित मंडल को खोज रही है. आरोप है कि गिरोह बजाज फाइनेंस के कार्ड का डिटेल लेकर दूसरे के नाम पर इलेक्ट्रॉनिक समान फाइनेंस करवा कर चूना लगा रहा है.
क्रेडिट कार्ड की जानकारी लेकर ठगी की जा रही है. अमित सामान फाइनेंस करवाता है अौर नंदलाल रिसीव करता है. आरोप है कि नंदलाल ने पिछले दिनों अमित द्वारा फाइनेंस करायी गयी वाशिंग मशीन रिसीव की थी. ठेला वाले को किराया नहीं दिया और रिसीविंग कागजात पर हस्ताक्षर नहीं किया था. बैंक मोड़ में संबंधित ठेलावाले ने नंदलाल को पकड़ पुलिस को हवाले कर दिया था.