गिरफ्तार तीन में दो हैं कुख्यात

धनबाद : शुक्रवार को एसएसपी मनोज रतन चोथे ने पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि गिरफ्तार हुए तीनों लोग झामुमो नेता कारु यादव के सहयोगी हैं. कारु यादव का इस गोली कांड से कोई संबंध है या नहीं, पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है. एसएसपी ने बताया कि बीसीसीएल अधिकारियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2018 5:03 AM
धनबाद : शुक्रवार को एसएसपी मनोज रतन चोथे ने पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि गिरफ्तार हुए तीनों लोग झामुमो नेता कारु यादव के सहयोगी हैं. कारु यादव का इस गोली कांड से कोई संबंध है या नहीं, पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है. एसएसपी ने बताया कि बीसीसीएल अधिकारियों पर फायरिंग करने का मुख्य कारण बाघमारा क्षेत्र की जमुनिया में स्थित आइसीसी आइपीएल आउटसोर्सिंग कंपनी से रंगदारी वसूलना था.
फायरिंग के दो दिन बाद फोन पर दी रंगदारी की धमकी : 22 जुलाई को बीसीसीएल अधिकारियों पर फायरिंग के बाद 24 जुलाई को ब्लॉक में कोयला उत्पादन कर रही आइसीसी आइपीएल आउटसोर्सिंग कंपनी के एक अधिकारी को फोन आया था कि इस तरह का गोलीकांड दोबारा हो सकता है. जान प्यारी है तो रंगदारी देनी होगी. पुलिस ने इस मामले में भी रंगदारी की प्राथमिकी दर्ज की थी. बताया कि उसके बाद पुलिस ने टीम गठित की और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के पास से अपराध में प्रयुक्त एक देसी कट्टा, रंगदारी मांगने में इस्तेमाल एक मोबाइल व सिम कार्ड, चार मोटरसाइकिल व तीन जिंदा बुलेट बरामद की है.
कोयला अधिकारियों पर फायरिंग मामले में गिरफ्तार बिशु उर्फ विश्वजीत चक्रवर्ती और राजेश कुमार यादव पूर्व में भी जेल जा चुके हैं. बिशु पर बरोरा थाना कांड संख्या 55 -17 के तहत धारा 147,148, 149, 387, 379, 341, 323, 504, 506, 395 एवं 27 शस्त्र अधिनियम और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज है. वहीं मधुबन थाना में कांड संख्या 55 -17 के तहत धारा 147, 148, 149, 452, 341,323, 379, 354 व 506 के तहत मामला दर्ज है. राजेश कुमार यादव पर झरिया थाना कांड संख्या 95-2007 के तहत धारा 341, 323, 379, 452, 376 के तहत मामला दर्ज है. पुलिस के अनुसार दोनों आरोपी पूर्व में भी जेल जा चुके हैं.
आउटसोर्सिंग से रंगदारी मांगने वालों के खिलाफ करे शिकायत : एसएसपी मनोज रतन चोथे ने आउटसोर्सिंग कंपनियों के अधिकारियों से उनसे रंगदारी मांगने वालों के खिलाफ थाना में शिकायत करने को कहा है. एसएसपी ने कहा कि किसी भी तरह का कोई फोन रंगदारी के लिए आता है तो तुरंत उन्हें सूचित करें. अगर आउटसोर्सिंग कंपनी के अधिकारी ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी.

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