पीएमसीएच में हड़ताल जारी, और तीन मरे

हड़तालियों के पास गये एजेंसी के पदाधिकारियों की नहीं सुनी बात धनबाद : पीएमसीएच में आउटसोर्सिंग कमियों की हड़ताल बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रही. तीसरे दिन भी तीन मरीजों की मौत हुई. इस तरह दो दिनों में (4 व 5 सितंबर) कुल आठ मरीजों की मौत हो चुकी है. वहीं स्त्री व प्रसूति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2018 6:14 AM

हड़तालियों के पास गये एजेंसी के पदाधिकारियों की नहीं सुनी बात

धनबाद : पीएमसीएच में आउटसोर्सिंग कमियों की हड़ताल बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रही. तीसरे दिन भी तीन मरीजों की मौत हुई. इस तरह दो दिनों में (4 व 5 सितंबर) कुल आठ मरीजों की मौत हो चुकी है. वहीं स्त्री व प्रसूति रोग विभाग के मुख्य गेट पर जमे आउटसोर्सिंग नर्स व पारा मेडिकल कर्मी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं. दोपहर में हड़तालियों को इएसआइ की जानकारी देने गये एजेंसी के लोगों से नर्सों ने बातचीत करने से इनकार कर दिया. वहीं बुधवार को एक हड़ताली नर्स बीमार हो गयी. इलाज के लिए उसे इमरजेंसी में भर्ती कराया गया. इधर, पूरे मामले की अद्यतन रिपोर्ट पीएमसीएच प्रबंधन ने सरकार को देर शाम भेजी. मुख्यालय की ओर से जल्द हड़ताल खत्म कराने को कहा गया है.
वार्ड ब्वॉयज की हड़ताल का आवेदन लेने से इनकार
अभी तक पीएमसीएच में एक गुट की हड़ताल चल रही है. बुधवार को दूसरे गुट के कर्मी (वार्ड ब्वॉयज सहित अन्य) ने भी हड़ताल में शामिल होने की घोषणा की. इस बाबत एक पत्र लेकर अधीक्षक के पास गये, लेकिन अधीक्षक ने पत्र लेने से इनकार कर दिया. अधीक्षक ने कहा कि आउटसोर्सिंग कर्मी पीएमसीएच नहीं, बल्कि एजेंसी के अंतर्गत आते हैं. ऐसे में एजेंसी से जाकर मिले. इसके बाद दूसरा गुट हड़ताल में नहीं जा सका.
बुधवार को इनकी मौत हुई
1. लक्ष्मी नंदी (65), गांधी नगर
2. बबलू किस्कू, मनियाडीह
3. शिवानी कुमारी, मंगराबस्ती, बरवाअड्डा
हड़ताली नर्स की तबीयत खराब, भर्ती
हड़ताल के दौरान अगस्ती कुमारी नामक नर्स की तबीयत खराब हो गयी. बेहोश होने के बाद आनन-फानन में दूसरे नर्सों व कर्मियों ने उसे पीएमसीएच के इमरजेंसी में भर्ती कराया. नर्सों ने बताया कि लगातार हड़ताल पर बैठने से तबीयत खराब हो गयी. कई और नर्सों ने तबीयत खराब होने की शिकायत की. हालांकि इस बात पर नर्स काफी आक्रोशित थी कि कोई अधिकारी देखने के लिए नहीं आया.
दो प्रशिक्षु नर्सों के भरोसे आइसीयू-एचडीयू
पीएमसीएच में हड़ताल से मरीजों को भारी परेशानी हो रही है. आइसीयू व एचडीयू जैसे अति संवेदनशील वार्ड मात्र दो प्रशिक्षु नर्सों के भरोसे हैं. ऐसे में मरीज कराह रहे हैं, लेकिन उन्हें देखने वाला कोई नहीं है. पूरे अस्पताल में मात्र 12 सरकारी नर्स हैं, एक के जिम्मे तीन से चार वार्ड हैं. अब ये नर्स भी व्यवस्था से भारी नाराज हैं.
कर्मी सीधे सरकार के
अधीन हों : संघ
झारखंड चिकित्सा सह जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रवक्ता संजुत कुमार सहाय ने कहा है कि पीएमसीएच में आउटसोर्सिंग कमियों का शोषण हो रहा है. पीएमसीएच में हड़ताल कहीं न कहीं सरकार का कर्मचारी एवं मजदूरों के प्रति सोच को दर्शाता है. संघ शुरू से ठेका-पट्टा आदि का विरोध करता रहा है. संघ मांग करता है कि इन कर्मियों को सीधे सरकार के अधीन किया जाये, जिनसे इनका शोषण बंद हो. संघ हड़तालियों की मांगों का समर्थन करता है.
रंजीत हत्याकांड में गवाहों ने की शूटरों की पहचान
संजय सिंह हत्याकांड : रविशंकर सिंह जायेंगे हाइकोर्ट
कोयला व्यवसायी संजय सिंह हत्याकांड की सुनवाई बुधवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश ग्यारह अरविंद कुमार पांडेय की अदालत में हुई. अदालत में आरोपी रविशंकर सिंह उर्फ पप्पू सिंह गैर हाजिर थे. उनकी ओर से उनके अधिवक्ता जया कुमार ने दंप्रसं की धारा 317 का आवेदन दायर किया. अदालत में रविशंकर सिंह की ओर से दूसरा आवेदन दायर कर 16 अगस्त 18 को पारित आदेश के खिलाफ झारखंड हाइकोर्ट में रिविजन याचिका दायर करने के लिए समय की मांग की गयी.
अदालत ने सुनवाई की अगली तिथि 17 सितंबर मुकर्रर कर दी. ज्ञात हो कि संजय सिंह की हत्या 27 मई 96 को एसएसएलएनटी महिला कॉलेज के पास अपराधियों ने गोली मार कर कर दी थी. घटना के बाद मृतक के बहनोई कृष्णा सिंह ने धनबाद थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. झारखंड हाइकोर्ट ने 2.7.18 को क्रिमिनल रिविजन याचिका 620/15 में आदेश पारित करते हुए सेशन कोर्ट को फ्रेश आदेश पारित करने का निर्देश दिया था. सेशन कोर्ट ने झारखंड हाइकोर्ट के आदेश के आलोक में रविशंकर सिंह के पिटीशन को खारिज करते हुए आरोप गठन की तिथि निर्धारित कर दी थी.
नाबालिग से दुष्कर्म में दोषी करार, सजा आज
नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने के मामले में बुधवार को पोक्सो के विशेष न्यायाधीश राजकमल मिश्रा की अदालत ने मधुबन निवासी हीरा बाउरी को भादवि की धारा 376 व पोक्सो एक्ट की धारा 4 में दोषी करार देते हुए जेल भेज दिया. अदालत सजा के बिंदु पर फैसला छह सितंबर को सुनायेगी. ज्ञात हो कि 22 अक्तूबर 16 को पीड़िता घर में अकेले थी. शाम पांच बजे हीरा बाउरी ने उसके घर में घुसकर उसके साथ दुराचार किया.

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