कचरा घोटाले की जांच को पहुंची ऑडिट टीम
धनबाद: ए टू जेड के ट्रिपिंग घोटाले की जांच करने झारखंड सरकार के वित्त मंत्रलय की ऑडिट टीम धनबाद पहुंच चुकी है. गुरुवार से जांच शुरू होगी. अक्तूबर 2012 से लेकर जनवरी 2014 तक की ट्रिपिंग की जांच होगी. 12 दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट वित्त मंत्रलय व नगर विकास विभाग को सौंपी जायेगी. घोटाले […]
धनबाद: ए टू जेड के ट्रिपिंग घोटाले की जांच करने झारखंड सरकार के वित्त मंत्रलय की ऑडिट टीम धनबाद पहुंच चुकी है. गुरुवार से जांच शुरू होगी. अक्तूबर 2012 से लेकर जनवरी 2014 तक की ट्रिपिंग की जांच होगी.
12 दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट वित्त मंत्रलय व नगर विकास विभाग को सौंपी जायेगी. घोटाले का पता तब चला जब ए टू जेड ने एक ही समय में एक ही ट्रक नंबर पर दो बार कचरा का वजन दिखाते हुए भुगतान की मांग की. दो से 11 नवंबर यानी मात्र सात दिनों के वाहनवार विवरणी की जांच में इसका खुलासा हुआ था. प्रभात खबर ने मामले को प्रमुखता से उठाया था. इस मामले में प्रोक्योरमेंट पदाधिकारी आरएल दास को शो कॉज किया गया था. तत्कालीन नगर आयुक्त बालमुकुंद झा ने नगर विकास सचिव को पत्र लिख कर पूरे मामले से अवगत कराया और विशेष ऑडिट कराने का आग्रह किया था.
क्या है मामला
तत्कालीन नगर आयुक्त बाल मुकुंद झा ने ए टू जेड के ट्रिपिंग जांच में यह घोटाला पकड़ा था. माह नवंबर 2013 के कलेक्शन व ट्रांसपोटेशन का एमएसडब्ल्यू का मात्र सात दिनों में टनेज की जांच की गयी. जांच में पाया गया कि दिनांक, 02, 04,06,07 एवं 11 नवंबर को वाहनों द्वारा 14 मिनट, 19 मिनट, 33 मिनट, 20 मिनट एवं एक ही समय में दो फेरे लगाये गये हैं. कांटा घर धनसार में है और कचरा डंपिंग स्टेशन कुसुंडा में था. इतने कम समय में फेरा संभव नहीं था.