धनबाद: जिले की प्रशासनिक व्यवस्था लोगों की गंदी आदतों के सामने फेल है. सांस्कृतिक व धार्मिक प्रतीकों का इस्तेमाल भी ऐसी आदतों पर रोक लगाने में नाकाम रही. धनबाद का मिश्रित भवन कार्यालय इसका उदाहरण है.
इसकी सीढ़ियां चढ़ने के दौरान आपको लगेगा ही नहीं कि किसी दफ्तर में जा रहे हैं. पान व गुटखा खा कर थूक देने के बाद सीढ़ियां गंदी हो गयी हैं.
कोने में गुटखा की पॉकेट भी दिख जायेगी. इस संबंध में डीडीसी चंद्र किशोर मंडल कहते हैं कि लोग यत्र-तत्र थूक देते हैं. पहले इसके लिए कई तरह की सूचनाएं चिपकायी गयी थी, लेकिन वे भी बेअसर रही. ऐसे में हमने भगवान की मूर्ति लगवाने का निर्णय लिया है, ताकि ईश्वर की आस्था की वजह से लोग सीढ़ियों पर नहीं थूकेंगे और इससे गंदगी से निजात मिलेगी. कहा कि प्रत्येक सीढ़ी पर गणोशजी की प्रतिमा लगाने का आदेश दिया हूं. गुरुवार से इसकी तैयारी शुरू हो गयी है. बजाप्ता सीढ़ी के किनारे स्लैब भी बनाया जा रहा है. कई स्लैब बन कर भी तैयार है. सोमवार को वहां मूर्तियां लगायी जायेंगी. कुल आठ मूर्तियां बनवायी गयी है. मूर्तियों की ऊंचाई डेढ़-डेढ़ फीट होंगी.
दस हजार बनेंगे शौचालय
डीडीसी ने बताया कि हरेक पंचायत के सभी घरों में शौचालय बनाया जायेगा. प्रत्येक शौचालय के नौ हजार रुपये दिये जायेंगे. राज्य सरकार की ओर से स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि कोई भी घर शौचालय विहीन नहीं रहे. बताया कि कुल दस हजार शौचालय बनाने का अभी लक्ष्य रखा गया है. वैसे इस मद में राशि की कोई कमी नहीं है. जितने लाभुक होंगे सभी को यह स्कीम दी जायेगी. बताया कि मुख्यमंत्री ग्रामीण विकास योजना के तहत 128 पंचायतों को राशि सीधे मुखिया के खाते में भेज दी गयी है. इसी तरह मनरेगा के लिए भी सभी बीडीओ को 144 करोड़ रुपये की योजना बनाकर देने को कहा गया है.