झारखंड में बाढ़ की तरह बस रही बाहरी आबादी: बंधु तिर्की
रांची : जेवीएम के महासचिव बंधु तिर्की ने कहा कि खतियान का फाइनल पब्लिकेशन नहीं होने से झारखंड में बाहरी आबादी बाढ़ की तरह बसती जा रही है़ भाजपा सरकार के चार वर्षों के कार्यकाल में आदिवासी जमीन को सबसे अधिक हस्तांतरित कर रजिस्ट्री की गयी है़ सरकार 2014 से अब तक रजिस्ट्री की गयी […]
रांची : जेवीएम के महासचिव बंधु तिर्की ने कहा कि खतियान का फाइनल पब्लिकेशन नहीं होने से झारखंड में बाहरी आबादी बाढ़ की तरह बसती जा रही है़ भाजपा सरकार के चार वर्षों के कार्यकाल में आदिवासी जमीन को सबसे अधिक हस्तांतरित कर रजिस्ट्री की गयी है़
सरकार 2014 से अब तक रजिस्ट्री की गयी जमीन की सूची विवरणी के साथ सार्वजनिक करे़ रांची जिले के 22 अंचलों में 35,131 एकड़ जमीन की अवैध जमाबंदी कर दी गयी है़ हेहल अंचल में 103 एकड़ जमीन की अवैध जमाबंदी हुई है़ यह सब बिना रैयतों की जानकारी के भू- राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से हुआ है़
उन्होंने कहा कि पटना से नक्शा आ चुका है़ इसे रांची जिले में 1995-1996 तक कर देना था़ जब तक खतियान का फाइनल पब्लिकेशन नहीं होगा, तब तक दस्तावेजों से छेड़छाड़ नहीं रोकी जा सकती़ उन्होंने मांग की है कि अजय मारु, विनेश अग्रवाल, पंचवटी प्लाजा की जमीन की जांच करायी जाये.