बिजली दो हो…धनबाद से मैथन तक उठी आवाज

धनबाद : लचर बिजली व्यवस्था के खिलाफ गुरुवार को रणधीर वर्मा चौक पर महाधरना दिया गया, जबकि मैथन में डीवीसी कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया गया. यह आंदोलन गैरराजनीतिक था. धरना में जिप सदस्य, आइएमए, चेंबर, मुखिया संघ व निरसा के विधायक अरूप चटर्जी सहित दर्जनों लोग मौजूद थे. इस दौरान जम कर सरकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 28, 2018 8:04 AM
धनबाद : लचर बिजली व्यवस्था के खिलाफ गुरुवार को रणधीर वर्मा चौक पर महाधरना दिया गया, जबकि मैथन में डीवीसी कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया गया. यह आंदोलन गैरराजनीतिक था. धरना में जिप सदस्य, आइएमए, चेंबर, मुखिया संघ व निरसा के विधायक अरूप चटर्जी सहित दर्जनों लोग मौजूद थे. इस दौरान जम कर सरकार विरोधी नारे लगाये गये.
धरना में आये एक बुजुर्ग ने कहा कि पिछले तीस वर्षों में ऐसा बिजली संकट नहीं देखा था. लोगों का कहना था कि जेबीवीएनएल सिर्फ धनबाद डिवीजन से 50 करोड़ रुपये महीना राजस्व वसूल रहा है. मगर जब डीवीसी को पैसा देने की बारी आती है तो तय राशि भी वह नहीं देते है.
जनता परेशान, सरकार को कोई फर्क नहीं : अरूप : अपने संबोधन में निरसा विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि धनबाद में पिछले तीन-चार महीने से डीवीसी बिजली की भारी कटौती कर रहा है. ऊपर से ऊर्जा विभाग भी मेंटेनेंस के नाम पर बिजली काट देता है. इसका सीधा नुकसान जिले की जनता को हो रहा है. बिजली के बिना जीवन संभव नहीं है. मगर सरकार को इससे कतई फर्क नहीं पड़ रहा है.
ग्रामीण इलाकों में 5 से 6 घंटे ही बिजली रह रही है. 11 हजार वोल्ट के तार पुराने व जर्जर हो गये हैं. उसे भी नहीं बदला जा रहा है. शहर में लचर बिजली व्यवस्था के कारण लोगों को पानी भी नहीं मिल रहा है. लगातार सरकार से शिकायत करने के बावजूद कोई अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है.
नहीं दें बिल : अशोक : जिप सदस्य अशोक सिंह ने कहा कि आज से वह बिजली का बिल नहीं देंगे. लोगों से अाह्वान है कि कोई भी बिजली का बिल नहीं दें. ऊर्जा विभाग जब हर माह लोगों से बिल ले रहा है तो वह डीवीसी का बकाया भुगतान क्यों नहीं कर रहा है. उपायुक्त की अनुपस्थिति में अपर समाहर्ता के मार्फत मुख्यमंत्री को स्मार पत्र सौंपा गया. इसके बाद आंदोलनकारी मैथन के लिए कूच कर गये.
धरना की वजह से लगा जाम
रणधीर वर्मा चौक पर धरना की वजह से घंटों जाम लगा रहा. लोग धीरे-धीरे किसी तरह वहां से निकलने की कोशिश करते दिखे. धरना में अच्छी-खासी संख्या में लोग मौजूद थे. धरना खत्म होने के बाद रास्ता पुरी तरह खुल पाया. धरना में अजय नारायण लाल, संजय महतो, चेतन प्रकाश गुप्ता, रामकृष्णा सिंह, फनीभूषण मंडल, राजू पांडेय, संजीव राणा, सदन शर्मा, आयूब अंसारी, इजाज अंसारी, मो. कामराज, परवेज, अफजल खान, मधुसूदन पंडित, महेंद्र हाजरा, वीरेंद्र हाजरा, मंतोष राय, सुनील कुम्हार, निमाय कुम्हार भी मौजूद थे.
डीवीसी को कटौती से बाज आने की हिदायत
मैथन. धनबाद में धरना के बाद यहां डीवीसी के परियोजना प्रमुख कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया गया. नेतृत्व विधायक अरूप चटर्जी, धनबाद पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सह जिप सदस्य अशोक सिंह व अन्य कर रहे थे. वक्ताओं ने कहा कि अगर डीवीसी अपने रवैये से बाज नहीं आता है तो जनता इस व्यवस्था के खिलाफ सड़क पर उतरेगी. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने डीवीसी प्रबंधन को ज्ञापन भी दिया. डीवीसी मैथन के मुख्य अभियंता प्रणाली टीएन दत्ता ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि कम बिजली कटौती करने का प्रयास किया जायेगा.
डीवीसी की लोड शेडिंग बदस्तूर जारी
धनबाद. गुरुवार को शहर में छह घंटे लोड शेडिंग की गयी. इसके अलावा बैंक मोड़ व सरायढेला में ऊर्जा विभाग के काम और मेंटेनेंस को लेकर घंटे बिजली काटी गयी. सुबह 6:30 से 8:30 और दोपहर 12:30 से 2:30 तक डीवीसी के चारों फीडर गणेशपुर वन, गणेशपुर टू, गोधर वन व गोधर टू वाले क्षेत्र में बिजली कटी रही. वहीं सरायढेला क्षेत्र में डीवीसी ने दोपहर 12:00 से 2:00 तक बिजली काटी. इसके अलावा बैंक मोड़, मटकुरिया आदि क्षेत्र में सुबह 7:00 से 11:00 और सरायढेला में ट्रांसफॉर्मर के मेंटेनेंस के चलते सुबह 8:00 से दोपहर 12:00 बजे तक बिजली कटी रही.

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