दवा विक्रेताओं की देशव्यापी हड़ताल रही असरदार, बंद रही जिले की 1400 दुकानें
धनबाद : ऑन लाइन दवा कारोबार के विरुद्ध दवा विक्रेताओं की देशव्यापी हड़ताल जिले में असरदार रही. इमरजेंसी दवा दुकानों को छोड़ कर जिले की सभी 1400 दवा दुकानें पूरी तरह बंद रहीं. बंद से लगभग दस करोड़ का कारोबार प्रभावित रहा. ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के आह्वान पर धनबाद जिला केमिस्ट […]
धनबाद : ऑन लाइन दवा कारोबार के विरुद्ध दवा विक्रेताओं की देशव्यापी हड़ताल जिले में असरदार रही. इमरजेंसी दवा दुकानों को छोड़ कर जिले की सभी 1400 दवा दुकानें पूरी तरह बंद रहीं. बंद से लगभग दस करोड़ का कारोबार प्रभावित रहा. ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के आह्वान पर धनबाद जिला केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन अपनी-अपनी दुकानें बंद कर हड़ताल पर रहा.
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने रणधीर वर्मा चौक पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश दुदानी ने कहा कि झारखंड राज्य के फॉर्मासिस्टों पर हो रहे अत्याचार और सरकार द्वारा ऑन लाइन दवा की बिक्री के विरोध में आंदोलन चलाया जा रहा है. अगर सरकार मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार नहीं करती है तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को बाध्य होंगे. प्रदर्शन करनेवालों में शैलेंद्र सिंह, अजय वर्णवाल, अनिल त्रिपाठी, प्रभात गुप्ता, शिव शंकर खंडेलवाल, दुर्गा झा, नीलू सिंह, मनोज सिंह, मनोज अग्रवाल, आरके गोस्वामी, महेश साव, महेंद्र वर्णवाल आदि थे.
जन औषधि केंद्र व अस्पताल का इमरजेंसी काउंटर खुला रहा : जन औषधि केंद्र व अस्पताल का इमरजेंसी काउंटर खुला रहा. बंदी के बावजूद मरीजों को कोई परेशानी नहीं हुई. हालांकि पिछले दरवाजे से दुकानदारों ने मरीजों के परिजनों को दवाई उपलब्ध करायी. सेंट्रल अस्पताल व पीएमसीएच के सामने प्राय: दुकानदारों ने दुकान बंद तो रखी लेकिन दवाइयां की बिक्री भी की.
एक लाख परिवार संकट में : अध्यक्ष
एसोसिएशन अध्यक्ष राजेश दुदानी ने कहा ऑन लाइन कारोबार की छूट मिलने से दवा कारोबार से जुड़े एक लाख परिवार के सामने रोजगार की समस्या उत्पन्न हो जायेगी. एक जनवरी 2018 से फार्मासिस्टों का लाइसेंस नवीकरण नहीं किया जा रहा है. फिर 2018 के पहले फार्मासिस्ट का लाइसेंस कैसे निर्गत किया गया. जिस अधिकारी ने लाइसेंस निर्गत किया है, उस पर सीधे कार्रवाई हो.