सरस मेला में संडे बना फन डे, उमड़ी भीड़
धनबाद : पितृपक्ष में कोयलांचल में दुर्गोत्सव का रंग चढ़ने लगा है. माहौल को फेस्टिव बनाने में आजीविका सरस मेला बड़ी भूमिका निभा रहा है. गोल्फ मैदान में चल रहे दस दिवसीय सरस मेला के तीसरे दिन रविवार को भीड़ उमड़ पड़ी. गोल्फ मैदान जाने वाले सारे रास्ते शाम ढलने से पहले ही जाम होने […]
धनबाद : पितृपक्ष में कोयलांचल में दुर्गोत्सव का रंग चढ़ने लगा है. माहौल को फेस्टिव बनाने में आजीविका सरस मेला बड़ी भूमिका निभा रहा है. गोल्फ मैदान में चल रहे दस दिवसीय सरस मेला के तीसरे दिन रविवार को भीड़ उमड़ पड़ी. गोल्फ मैदान जाने वाले सारे रास्ते शाम ढलने से पहले ही जाम होने लगे. जगह-जगह पुलिस को बैरियर गिराना पड़ा.
वाहनों की पार्किंग भी दूर-दराज करनी पड़ी. जिला परिषद मैदान के पास तक लोग वाहन खड़ा कर पैदल मेला स्थल तक गये. मेला में हर वर्ग के लोगों की भीड़ ने आयोजकों की उम्मीदों को नयी पंख दी. स्टॉलों पर दिन में जहां भीड़ कम थी, वहीं शाम से लेकर रात तक खरीदारों की भीड़ लगी रही.
गोड्डा, जामताड़ा, देवघर डीसी पहुंचे, की सराहना : सरस मेला के तीसरे दिन देवघर के डीसी राहुल सिन्हा, गोड्डा की उपायुक्त किरण कुमारी पासी, जामताड़ा के उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद तथा जामताड़ा पुलिस अधीक्षक जया राय पहुंचे. चारों अधिकारियों ने उपायुक्त ए. दोड्डे तथा वरीय पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे के साथ सरस मेला में झारखंड के विभिन्न सखी मंडल के सदस्यों द्वारा उत्पादित ग्रामीण उत्पादों को देखा और उनकी प्रशंसा की. उन्होंने मेला परिसर में स्वर्णरेखा, दामोदर, बराकर, कोनार, पारसनाथ और मैथन के नाम से बनाए गए विशाल पंडालों का भ्रमण किया और हर स्टॉल में जाकर सखी मंडल तथा स्वयं सहायता समूह का उत्साहवर्धन किया.
महिलाओं का फूटवेयर क्षेत्र में आगे आना सराहनीय : पासी : गोड्डा डीसी किरण कुमारी पासी ने जंगलपुर (गोविंदपुर) के महिला स्वयं सहायता समूह उज्ज्वल चप्पल उत्पादक समूह द्वारा निर्मित फूटवेयर के स्टॉल, मल्हार पहाड़िया आजीविका स्वयं सहायता समूह के ब्रास आइटम के स्टॉल को देखा और उनके उत्पादों की सराहना की. कहा फूटवेयर क्षेत्र में महिलाओं का आगे आना सराहनीय है.
गोड्डा डीसी ने दुमका के आजीविका सखी मंडल द्वारा निर्मित बासुकी अगरबत्ती के स्टॉल की भी सराहना की. कहा कि आजीविका सरस मेला ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के लिए एक क्रॉस लर्निंग प्लेटफॉर्म है. जामताड़ा के उपायुक्त ने कहा कि मेला में भारत के विभिन्न राज्य के स्टॉल एक ही स्थान पर लगाये गये हैं. यहां आकर भारत की विभिन्न संस्कृतियों को एक ही स्थान पर देखने का अवसर मिला.