डेंगू का डंक : 17 लोगों के सैंपल लिये गये, 106 घरों में मिला लार्वा
धनबाद : कोयलांचल में डेंगू के संभावित मरीजों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप है. झरिया में बुखार पीड़ित काफी संख्या में मिल रहे हैं. शनिवार व रविवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 106 घरों में लार्वा की जांच की. टीम को सभी घरों में डेंगू का लार्वा मिला. इतनी तादाद में लार्वा […]
धनबाद : कोयलांचल में डेंगू के संभावित मरीजों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप है. झरिया में बुखार पीड़ित काफी संख्या में मिल रहे हैं. शनिवार व रविवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 106 घरों में लार्वा की जांच की. टीम को सभी घरों में डेंगू का लार्वा मिला. इतनी तादाद में लार्वा मिलने से विभाग सकते में हैं. इलाकों में अभी तक 16 संभावित डेंगू के मरीज के इलाइजा सैंपल के लिए पीएमसीएच में भेजा गया है. एशियन जालान से भी एक मरीज का सैंपल भेजा गया है. विभाग अभी रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है.
पीएमसीएच में नाम का आइसोलेशन वार्ड
डेंगू के लिए पीएमसीएच के तीसरे तल्ले पर नाम का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. वार्ड के बाथरूम के पास बनाये गये वार्ड में अलग से कोई चिकित्सक व कर्मी को भी तैनात नहीं किया गया है. सबसे महत्वपूर्ण डेंगू मरीजों को चढ़ाया जाना वाला प्लेट्सलेट है. पीएमसीएच के ब्लड बैंक में अभी तक कंपोडेंट मशीन नहीं लगाया गया है.
ऐसे में डेंगू मरीजों के चढ़ाये जाने वाला प्लेटलेट्स के लिए रांची रिम्स पर निर्भर होना पड़ेगा. जिले में किसी भी सरकारी अस्पताल में यह सेवा नहीं हैं. ऐसे में आइसोलेशन वार्ड नाम मात्र का ही है.
धौड़ा में एक सप्ताह में मिलता है पानी, इससे लार्वा बन रहा
टीम के सदस्यों ने बताया कि छलछलिया धौड़ा में एक सप्ताह दस दिनों में एक बार ही पानी मिलता है. ऐसे में मजबूरी में यहां के लोगों को पानी सायरा में जमा कर रखना पड़ता है. डेंगू के मच्छर साफ पानी में ही होता है. इस सायरा में मच्छर के लार्वा आ जाते हैं. टीम के सदस्य टेमोफेस केमिकल से लार्वा की जांच करते हैं. विभाग का कहना है कि संबंधित विभाग को भी जागरूक करना चाहिए.