पीके राय कॉलेज के 98 छात्रों के प्रमाणपत्र विभावि से गायब
धनबाद: पीके राय कॉलेज के एक लिपिक के जाली हस्ताक्षर से विभावि से कॉलेज के 98 स्नातक छात्रों का सर्टिफिकेट गायब कर देने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. मामले की जानकारी होने पर कॉलेज प्रशासन स्तब्ध है, जबकि प्रति कुलपति ने नाराजगी जताते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है. क्या […]
धनबाद: पीके राय कॉलेज के एक लिपिक के जाली हस्ताक्षर से विभावि से कॉलेज के 98 स्नातक छात्रों का सर्टिफिकेट गायब कर देने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. मामले की जानकारी होने पर कॉलेज प्रशासन स्तब्ध है, जबकि प्रति कुलपति ने नाराजगी जताते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है.
क्या है मामला : वर्ष 1994 का पीके राय कॉलेज का पासआउट सामंतो दासगुप्ता कुछ दिन पहले स्नातक का अपना सर्टिफिकेट लेने कॉलेज पहुंचा. उसका सर्टिफिकेट कॉलेज आया ही नहीं था. विवि पहुंच सामंतो ने छानबीन की तो विवि से उसे जो कागज दिया गया उससे प्रमाणित होता है कि कॉलेज का सोनी नामक कोई लिपिक 4.07.2004 को ही उसके साथ-साथ कॉलेज के 98 छात्रों का सर्टिफिकेट रिसीव कर ले गया है. रिसीव कागजात की छाया प्रति लेकर सामंतो जब कॉलेज पहुंचा तो लोग स्तब्ध रह गये, क्योंकि उस कागज पर लिपिक सोनी का जाली हस्ताक्षर था.
छानबीन के बाद विवि को रिपोर्ट करूंगा : प्राचार्य
प्राचार्य डॉ डीके वर्मा ने बताया कि 4.07.2004 की तिथि को रिसीव किया गया कोई सर्टिफिकेट कॉलेज आया ही नहीं. साइन इस कॉलेज के क्लर्क का है या नहीं इसका मिलान करवा रहा हूं. वैसे लिपिक सोनी हिंदी में भी मुश्किल से साइन कर पाता है, जबकि हस्ताक्षर अंगरेजी में है. कॉलेज के जरूरी कागजात विवि ले जाने या वहां से लाने का काम लिपिक सोनी के ही जिम्मे है.
किस-किस साल के सर्टिफिकेट
जाली हस्ताक्षर से 1994 के 38 , 1995 के 32 तथा 1996 के 28 सर्टिफिकेट विवि से गायब कर दिये गये. कागजात में उस समय के तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक आरबी सिंह की जगह बीके गुप्ता का हस्ताक्षर है. रिसीव कागजात पर विवि का कोई रिफरेंस नंबर तक नहीं है.
मामला गंभीर, प्राचार्य शीघ्र करें रिपोर्ट : प्रति कुलपति
इस मामले की जानकारी मिलने पर प्रति कुलपति मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि बिना ऑथोराइजेशन के सर्टिफिकेट जैसा महत्वपूर्ण कागजात विवि से रिसीव कैसे हुआ. मामला बहुत गंभीर है. प्राचार्य सही स्थिति की रिपोर्ट करें. मामले की तह तक जाकर जो भी दोषी पाया जायेगा, उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.