गैरजमानती धारा में थाने से निजी मुचलके पर कैसे छोड़ा?

भाजपा नेता के बेटे-भतीजे की रिहाई और महिला एएसआइ के इस्तीफे से उबाल, पुलिस एसोसिएशन ने उठाया सवाल सरायढेला थानेदार के खिलाफ कार्रवाई व छोड़े गये अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग धनबाद : वाहन चेकिंग के दौरान सरायढेला थाना की महिला जमादार ममता कुमारी से अभद्रता और जान मारने की धमकी देने के मामले में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2018 9:56 AM
भाजपा नेता के बेटे-भतीजे की रिहाई और महिला एएसआइ के इस्तीफे से उबाल, पुलिस एसोसिएशन ने उठाया सवाल
सरायढेला थानेदार के खिलाफ कार्रवाई व छोड़े गये अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग
धनबाद : वाहन चेकिंग के दौरान सरायढेला थाना की महिला जमादार ममता कुमारी से अभद्रता और जान मारने की धमकी देने के मामले में भाजपा नेता दिलीप कुमार सिंह के नामजद पुत्र और भतीजे को थाने से पीआर बांड पर छोड़े जाने के मामले ने शनिवार को तूल पकड़ लिया. शुक्रवार को इस रिहाई के फौरन बाद ही महिला जमादार ने अपना इस्तीफा एसएसपी को भेज दिया था. शनिवार को एसोसिएशन की जिला शाखा की हुई बैठक में युवकों के खिलाफ जमादार की कार्रवाई को जायज ठहराते हुए प्राथमिकी अभियुक्त को थाना से निजी मुचलके पर छोड़े जाने को गंभीर मामला बताया गया.
एसोसिएशन ने मामले में वरीय पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर पूरी घटना से अवगत कराते हुए छोड़ गये दोनों अभियुक्तों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की है. गिरफ्तारी नहीं होने पर सरायढेला थानेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गयी है. सवाल उठाया गया है कि किस परिस्थिति में थाना प्रभारी द्वारा गैर जमानतीय धारा के प्राथमिकी अभियुक्त को थाना से निजी मुचलके पर छोड़ा गया है. बैठक की अध्यक्षता पुलिस निरीक्षक सह जिला शाखा के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने की. बैठक में जमादार सह उपाध्यक्ष शालीग्राम यादव, जमादार सह सचिव विनोद उरांव, परिचारी प्रवर सह संयुक्त सचिव अोम प्रकाश दास, कोषाध्यक्ष सह जमादार मुस्लिम खां के अलावा पुलिस निरीक्षक सह क्षेत्रीय मंत्री हरि किशोर मंडल मौजूद थे.
एसोसिएशन की बैठक कल भी : पुलिस एसोसिएशन धनबाद शाखा की विस्तारित बैठक 19 नवंबर दो बजे दिन से बुलायी गयी है. बैठक में सबी थानेदार व जिले के पुलिस अफसरों को बुलाया गया है. बैठक में एसोसिएशन के केंद्रीय पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है. बैठक में महिला जमादार के मुद्दे पर विस्तारपूर्वक चर्चा की जायेगी.
मामले को मैनेज करने की कोशिश?
धनबाद : महिला जमादार के इस्तीफे से वरीय पुलिस अफसर हरकत में आ गये हैं. एसोसिएशन के जमादार के पक्ष में खुल कर आ जाने से पुलिस पदाधिकारी परेशान हैं. मामले को मैनेज करने की कोशिश की जा रही है. शहर के दो, जीटी रोड के दो व सिंदरी पुलिस अनुमंडल के एक थानेदार को मामले में आंतरिक रूप से लगाया गया है.
वरीय पुलिस पदाधिकारियों की कोशिश है कि ममता के मुद्दे को अनुशासनहीनता के दायरे में बता कर गुटबाजी करवा दी जाये. जिला पुलिस में एक तबका महिला जमादार के खिलाफ भी है. यह तबका प्राथमिकी दर्ज होने के बाद निजी मुचलके पर छोड़े जाने को जायज ठहरा रहा है. एक बड़ा तबका खुलकर मामले में पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली की आलोचना कर रहा है. इधर, एसोसिएशन के कई पदाधिकारियों का कहना है कि अलग राज्य बनने के बाद कोई ऐसा केस नहीं हुआ है कि जिसमें थाना से गैरजमानतीय धारा में अभियुक्तों को छोड़ दिया जाये. एक महिला पुलिस अधिकारी के साथ गलत हुआ है. महिला अधिकारी आहत हैं.
बोले एसएसपी
जमादार द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी का पर्यवेक्षण पुलिस उपाधीक्षक (विधि-व्यवस्था) करेंगे. पुलिस व पब्लिक के बीच विवाद का मामला है. पुलिस भी एक पक्ष है. ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए पर्यवेक्षण कराया जा रहा है. पर्यवेक्षण में जो भी दोषी पाये जायेंगे, कार्रवाई की जायेगी. जमादार के इस्तीफे पर अभी कुछ नहीं कहेंगे.
मनोज रतन चोथे, एसएसपी,धनबाद
जमादार नहीं आयीं थाना
वरीय पुलिस अधीक्षक को त्यागपत्र देने वाली सरायढेला थाना की जमादार ममता कुमारी शनिवार को थाना नहीं पहुंची. थाना में उनकी ओडी या गश्ती शनिवार को नहीं थी. लेकिन उन्होंने थाना में अपनी उपस्थिति नहीं दी. जमादार का कहना है कि वह इस्तीफा दे चुकी हैं तो ड्यूटी नहीं करेंगी.
वरीय पुलिस अधीक्षक, धनबाद
विषय: महिला सअनि ममता कुमारी सरायढेला थाना के साथ दुर्व्यवहार पर उत्पन्न विवाद के संबंध में.महाशय, सादर सूचित करना है कि दिनांक 15.11.18 को शाम में सरायढेला थाना में पदस्थापित महिला सअनि ममता कुमारी वरीय पदाधिकारी के आदेशानुसार थाना क्षेत्र में वाहन चेकिंग कर रही थी.
इस दौरान दो युवक सूरज कुमार व रवि कुमार से वाहन के कागजात मांगे. उतावला होकर दोनों ने गाली-गलौज कर सरकारी कार्य में बाधा डालकर सार्वजनिक स्थान पर दुर्व्यवहार किया. इस संबंध में लिखित शिकायत सअनि ममता कुमारी द्वारा सरायढेला थाना को दी गयी तथा युवक को पकड़कर आवश्यक कार्यवाही हेतु थाना को सुपुर्द किया गया. लिखित शिकायत पर थाना प्रभारी द्वारा सरायढेला थाना कांड संख्या 263-2018 .15.11.18 धारा 341, 353, 354, 506, 504, 509, 34 भादवि अंकित किया गया. सअनि ममता कुमारी ने आरोप लगाया कि अजमानतीय धारा में कांड दर्ज होने के बावजूद पकड़े गये दोनों युवकों को थाना प्रभारी द्वारा उन्हें थाना परिसर से पीआर बांड पर छोड़ दिया गया.
दोनों युवकों को छोड़े जाने से इन्हें अपने विभाग से न्याय नहीं मिलने तथा प्रतिष्ठा हनन होने पर मर्माहत होकर अपने कर्तव्य से त्यागपत्र हेतु आवेदन वरीय पुलिस अधीक्षक को समर्पित कर दिया. उक्त घटना पर उत्पन्न हुए विवाद के सही तथ्यों की जानकारी प्राप्त करने हेतु एसोसिएशन के सभी पदाधिकारी पुनि अशोक कुमार सिंह अध्यक्ष, सअनि शालीग्राम यादव उपाध्यक्ष, विनोद उरांव सचिव, मुस्लिम खां कोषाध्यक्ष व पुनि हरिकिशोर मंडल क्षेत्रीय मंत्री के साथ सरायढेला थाना पहुंचकर जानकारी प्राप्त की गयी. सअनि ममता कुमारी ने अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की घटना विस्तृत रुप से बतायी. थाना में पदस्थापित पदाधिकारी व कर्मी भी घटना को सही बताये. इस संबंध में सरायढेला थाना प्रभारी निरंजन तिवारी से संपर्क कर घटना के बारे में जानकारी प्राप्त की तो वे भी सअनि ममता कुमारी के साथ हुए दुर्व्यवहार की घटना को सही बताये तथा लिखित आवेदन पर कांड अंकित कर आगे की कार्रवाई करने की बात बताये. एसोसिएशन के पदाधिकारियों को थाना से आने के बाद पता चला कि थाना प्रभारी सरायढेला निरंजन तिवारी ने पकड़ाये दोनों अभियुक्त सूरज कुमार व रवि कुमार को छोड़ दिया.
इस कारण सअनि ममता कुमारी ने अपना लिखित त्याग पत्र वरीय पुलिस अधीक्षक के पास समर्पित कर दिया तथा न्याय नहीं मिलने पर कोई अप्रिय घटना (आत्मदाह) करने की चेतावनी दी. उल्लेखनीय है कि इस जिला में पूर्व में पुलिस पदाधिकारी को न्याय नहीं मिलने पर इस प्रकार की अप्रिय घटना घटित हो चुकी है.
उपरोक्त तथ्य से स्पष्ट होता है कि अपने साथ हुए दुर्व्यवहार से महिला सअनि ममता कुमारी काफी मर्माहत है तथा कोई अप्रिय कदम उठा सकती है. जिसकी जिम्मेदारी वरीय पदाधिकारी पर होगी.
अंत: संघ अनुरोध करता है कि कांड में संलिप्त अभियुक्तों को अविलंब गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जाये. गिरफ्तारी नहीं होने पर थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्यवाही की जाये. किस परिस्थिति में थाना प्रभारी सरायढेला द्वारा अजमानतीय धारा होने के बावजूद अभियुक्तों को थाना से छोड़ा गया है. आवेदन पर अध्यक्ष व सचिव के हस्ताक्षर हैं

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