घनुडीह में ब्लास्टिंग से घरों में दरार, दो घायल
लोदना: बस्ताकोला क्षेत्र की घनुडीह परियोजना में सोमवार को हैवी ब्लास्टिंग से कई घरों में दरार पड़ गयी. इसमें घनुडीह की धर्मशीला देवी, बेबी देवी घायल हो गयी. ग्रामीणों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन किया. लोगों ने कहा कि 30 अप्रैल को डीजीएमएस टीम के निरीक्षण के बाद हैवी ब्लास्टिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. […]
लोदना: बस्ताकोला क्षेत्र की घनुडीह परियोजना में सोमवार को हैवी ब्लास्टिंग से कई घरों में दरार पड़ गयी. इसमें घनुडीह की धर्मशीला देवी, बेबी देवी घायल हो गयी. ग्रामीणों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन किया. लोगों ने कहा कि 30 अप्रैल को डीजीएमएस टीम के निरीक्षण के बाद हैवी ब्लास्टिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.
डीजीएमएस के अधिकारियों का कहना था कि सौ मीटर के अंदर सौ घर है. इन घरों में निवास करने वालों की जानमाल को खतरा है. लेकिन आदेश का पालन नहीं किया गया और सोमवार को दिन के साढ़े 12 बजे चार बोर होल कर ब्लास्टिंग की गयी. फिर दो बजे ब्लास्टिंग हुई. लोगों के अनुसार ब्लास्टिंग से पूर्व प्रबंधन द्वारा ग्रामीणों को सूचना तक नहीं दी गयी. आक्रोशित ग्रामीणों का समूह घनुडीह ओपी थाना पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने प्रबंधन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की पहल की.
घनुडीह थाना परिसर में वार्ता : घनुडीह ओपी प्रभारी रवींद्र कुमार सिंह की पहल पर स्थानीय प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच वार्ता हुई. इसमें घनुडीह परियोजना पदाधिकारी गंगाधर महतो ने ग्रामीणों से दो दिनों का समय मांगा.
इधर, ग्रामीणों का कहना है कि हमारी रैयती जमीन है. बीसीसीएल प्रबंधन जमीन के बदले पुनर्वास व मुआवजा का व्यवस्था कराये. वार्ता में प्राण बाउरी, ताराचंद सिंह, संजय निषाद, दुखन रावत, उमेश कुमार, अजय रवानी, महेंद्र प्रसाद, मुकेश , पप्पू, मीना देवी, कौशल्या देवी, सीता देवी, प्रतिमा देवी, धानो देवी आदि थे.