धनबाद : पीएमसीएच में दवा नहीं मिलने पर परिजनों का हंगामा
धनबाद : पीएमसीएच के इमरेजेंसी में गये मरीज के परिजनों से पहले दवा व सूई लाने और फिर इलाज करने की बात पर गुरुवार की शाम जमकर हंगामा हुआ. मरीज के परिजनों ने इसकी सूचना विधायक राज सिन्हा को दी. इसके बाद विधायक पीएमसीएच पहुंचे. इमरजेंसी में अधीक्षक डॉ तुनुल हेंब्रम व प्राचार्य डॉ शैलेंद्र […]
धनबाद : पीएमसीएच के इमरेजेंसी में गये मरीज के परिजनों से पहले दवा व सूई लाने और फिर इलाज करने की बात पर गुरुवार की शाम जमकर हंगामा हुआ. मरीज के परिजनों ने इसकी सूचना विधायक राज सिन्हा को दी. इसके बाद विधायक पीएमसीएच पहुंचे. इमरजेंसी में अधीक्षक डॉ तुनुल हेंब्रम व प्राचार्य डॉ शैलेंद्र कुमार को बुलाकर स्थिति से अवगत कराते हुए तत्काल दवा उपलब्ध कराने को कहा.
क्या है मामला
पेटिया पंचायत के जेरमा निवासी माणिक गोप का बायां हाथ घर में फिसलने से टूट गया था. इसके बाद वह पीएमसीएच पहुंचे. लेकिन यहां कर्मियों ने कहा कि बिना पीओपी व सूई लाये इलाज शुरू नहीं होगा. इस पर मरीज ने आयुष्मान भारत योजना के तहत मिले पीएम का पत्र दिखाया तो उससे आयुष्मान कार्ड मांगा गया. मरीज के यह करने पर कि कार्ड अभी नहीं बना है, हंगामा शुरू हो गया. बता दें कि पीएमसीएच में छह माह से दवा की किल्लत से लोग परेशान हैं.
विधायक ने देखी पीएमसीएच की बदतर हालत
पीड़ित माणिक गोप के भतीजा व भाजपा नेता महेंद्र गोप ने की सूचना पर पहुंचे विधायक राज सिन्हा ने पहले दूरभाष से ही इमरजेंसी के कर्मचारी से बात की. इस पर कर्मचारी ने बताया कि यहां दवा व कई जरूरत के सामान नहीं हैं. ऐसे में बाहर से दवा नहीं लाने पर इलाज नहीं हो सकता. इसके बाद विधायक अस्पताल पहुंचे और अस्पताल प्रबंधन को फटकार लगायी तथा जल्द से सभी सुविधा बहाल करने की बात कही.
राज सिन्हा के जाते ही फिर थमायी पर्ची
लगभग आधे घंटे तक विधायक पीएमसीएच में रहे. अधीक्षक व प्राचार्य को कई निर्देश दिये. इसके बाद विधायक के जाते ही फिर से मरीज के परिजनों को एक पर्ची थमा दी गयी. इसमें कुछ सूई बाहर से लाने को कहा गया. इस पर परिजन फिर नाराज हो गये ओर पर्ची ले जाकर अधीक्षक को दे दिया. इसके बाद अधीक्षक ने हस्तक्षेप किया और अलग से सूई उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
अधीक्षक ने गोल्डन कार्ड बनाने को कहा
हंगामा के बाद अधीक्षक ने माणिक का गोल्डन कार्ड बनाने को कहा है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने के बाद संबंधित लाभुक का कार्ड बनाया जा रहा है. माणिक के साथ उनकी पत्नी शांतिनी देवी, बेटी बबिता व पुत्र मुकेश का भी नाम शामिल किया जायेगा.