धनबाद : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को खिलाड़ियों से अपील की कि वे देश को अंतरराष्ट्रीय खेल पटल पर शीर्ष पर पहुंचायें. भागवत ने कहा कि यदि भारत खेलों में अपना प्रभुत्व स्थापित करने में सफल हुआ तो विश्व उसे एक महाशक्ति के तौर पर स्वीकार कर लेगा.
भागवत ने यहां पास के बरवडा में क्रीड़ा भारती के तीन दिवसीय राष्ट्रीय शिविर के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सैन्य कर्मियों की तरह ही पूरे विश्व में खिलाड़ियों को सम्मान मिलता है. जो देश खेलों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं उन्हें महाशक्ति माना जाता है.
भागवत एक खुले वाहन में झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ स्टेडियम पहुंचे. उन्होंने कहा कि खेलों का न केवल लोगों के निजी जीवन पर बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्रों में भी प्रभाव होता है. उन्होंने कहा, खेलों की दुनिया में कड़ी प्रतिस्पर्धा है. इसी कारण से खिलाड़ियों को विश्व में सैन्यकर्मियों के बराबर माना जाता है.
भागवत ने कहा, अमेरिका और यूरोपीय देश इसे अच्छी तरह से समझते हैं और इसी कारण से वे खेलों और उसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को बढ़ावा देते हैं. उन्होंने कहा कि यहां तक की चीन ने भी खेल पर ध्यान दिया है और इसमें अच्छा प्रदर्शन कर रहा है.