धनबाद : खिलाड़ियों की नीलामी सही नहीं : मोहन भागवत
धनबाद : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि कबड्डी, खो-खो जैसे भारतीय खेलों का आज भी कोई जोड़ नहीं है. इन खेलों के खिलाड़ियों को कभी आत्महत्या करते नहीं देखा गया है. ये खिलाड़ी हमेशा जीवन में लड़ना जानते हैं. अच्छा खिलाड़ी जीवन में भी संघर्ष करना जानते हैं. कहा आज खेल व्यापार […]
धनबाद : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि कबड्डी, खो-खो जैसे भारतीय खेलों का आज भी कोई जोड़ नहीं है. इन खेलों के खिलाड़ियों को कभी आत्महत्या करते नहीं देखा गया है.
ये खिलाड़ी हमेशा जीवन में लड़ना जानते हैं. अच्छा खिलाड़ी जीवन में भी संघर्ष करना जानते हैं. कहा आज खेल व्यापार बन गया है.खिलाड़ियों की नीलामी होने लगी है.
हीरा-मोती के बाद पहली बार मनुष्य की नीलामी होना उचित नहीं है. मैच फिक्स होने लगा है, खिलाड़ी ड्रग्स लेने लगे हैं. यह सही नहीं है. भारत का खेल जगत इन विकृतियों से दूर, इन विकृतियों से मुक्त अत्यंत अनुकरणीय खेल जगत हो, दुनिया का सिरमौर हो यही क्रीड़ा भारती की सोच है.
बहुत कम समय में राष्ट्रीय स्वरूप खड़ा किया : संघ प्रमुख ने कहा कि भारत स्वतंत्र देश है. हर देशवासी स्वाभिमानी है. हमारे देश का हर व्यक्ति क्षमता से और मनोवृति से खिलाड़ी होगा. हार और जीत तो खेल में होती है.
लेकिन, जीत भी एक तरह का दु:ख देने वाला बन जाता है. उन्होंने कहा कि हमारे समाज के प्रत्येक व्यक्ति का शरीर प्रत्येक व्यक्ति का मन और हमारे समाज के प्रत्येक व्यक्ति का बुद्धि सधी होनी चाहिए. श्री भागवत ने कहा कि वह क्रीड़ा भारती को जन्म के दिनों से कम और अधिक दूरी से देखते हुए आए हैं. बहुत परिश्रम पूर्वक एक अखिल भारतीय स्वरूप खड़ा किया है.