कोयला नगरी पर लौह नगरी के नेताओं की नजर, भाजपा, कांग्रेस से टिकट के लिए कई कतार में, धनबाद से लेकर दिल्ली तक हो रही लॉबिंग
धनबाद : लोकसभा चुनाव की रणभेरी कभी भी बज सकती है. इसके साथ ही धनबाद से कांग्रेस, भाजपा सहित कई दलों से टिकट के लिए लॉबिंग तेज हो गयी है. कोयला नगरी से किस्मत आजमाने को लौहनगरी (जमशेदपुर) के कई बड़े नेता परेशान हैं. कांग्रेस, झामुमो, जेवीएम सहित कई विपक्षी दलों के बीच महागठबंधन तय […]
धनबाद : लोकसभा चुनाव की रणभेरी कभी भी बज सकती है. इसके साथ ही धनबाद से कांग्रेस, भाजपा सहित कई दलों से टिकट के लिए लॉबिंग तेज हो गयी है. कोयला नगरी से किस्मत आजमाने को लौहनगरी (जमशेदपुर) के कई बड़े नेता परेशान हैं. कांग्रेस, झामुमो, जेवीएम सहित कई विपक्षी दलों के बीच महागठबंधन तय होने के बाद कांग्रेस के टिकट को लेकर ज्यादा मारामारी होने लगी है.
कौन-कौन बाहरी नेता हैं दावेदार
धनबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने को कई बाहरी नेता मन बना रहे हैं. टिकट के लिए भाजपा, कांग्रेस जैसी पार्टी में सक्रिय हैं. धनबाद से चुनाव लड़ने के लिए राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय, चतरा के सांसद सुनील सिंह, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार, पूर्व सांसद चंद्रशेखर उर्फ ददई दुबे, इंटक के राष्ट्रीय महामंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह गंभीर बताये जा रहे हैं.
जेवीएम प्रमुख बाबूलाल मरांडी का नाम भी उछल रहा है. लेकिन, श्री मरांडी के करीबी नेताओं का कहना है कि राज्य के पहले सीएम कोडरमा लोकसभा सीट से महागठबंधन के प्रत्याशी हो सकते हैं. हालांकि वहां भी माले को लेकर जिच है.
भाकपा मामले पिछले चुनाव में कोडरमा में दूसरे स्थान पर थी. धनबाद सीट कांग्रेस के खाता में जाने की संभावना है. कांग्रेस के टिकट के लिए बाहरी नेता एड़ी-चोटी एक किये हुए हैं.
भाजपा का सेफ सीट माना जाता है धनबाद
धनबाद लोकसभा सीट पर पिछले सात चुनाव में छह बार भाजपा प्रत्याशी विजयी हुए हैं. सिर्फ एक बार वर्ष 2004 में कांग्रेस यह सीट हथियाने में कामयाब हुई है. इसलिए भाजपा में यह सीट सेफ मानी जाती है.
स्थानीय सांसद पशुपति नाथ सिंह जहां लगातार तीसरी बार लोकसभा जाने के लिए टिकट की आस लगाये हुए हैं. वहीं सरयू राय, सांसद सुनील सिंह का भी नाम पार्टी में तेजी से चल रहा है.