झरिया : ऐना में बिना बेंच बनाये खड़ा कर दी हाइवॉल

झरिया : बीसीसीएल की कुसुंडा क्षेत्र की फायर ऐना परियोजना में कार्यरत आरके ट्रांसपोर्ट आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा सुरक्षा मानकों को नजरअंदाज कर परियोजना में अत्यधिक कोयला व ओबी का उत्पादन किया जा रहा है.इससे कभी भी कर्मियों की जान को खतरा हो सकता है. आउटसोर्सिंग प्रबंधन ने डीजीएमएस के सुरक्षा नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2019 7:05 AM

झरिया : बीसीसीएल की कुसुंडा क्षेत्र की फायर ऐना परियोजना में कार्यरत आरके ट्रांसपोर्ट आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा सुरक्षा मानकों को नजरअंदाज कर परियोजना में अत्यधिक कोयला व ओबी का उत्पादन किया जा रहा है.इससे कभी भी कर्मियों की जान को खतरा हो सकता है.

आउटसोर्सिंग प्रबंधन ने डीजीएमएस के सुरक्षा नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए परियोजना में बिना बेंच बनाये करीब 50 मीटर हाइवॉल खड़ा कर दिया गया है. यह हाइवॉल कभी भी वहां कार्यरत कर्मियों व मशीनों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
इसके लिए स्थानीय प्रबंधन भी कम जिम्मेवार नहीं है. बीसीसीएल प्रबंधन भी कर्मियों की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है. डीजीएमएस भी सब कुछ जानकर भी मूकदर्शक बना हुआ है. परियोजना में जहां कर्मियों द्वारा उत्खनन किया जा रहा है, वह जगह ऊपरी सतह से करीब 50 मीटर गहराई में है. यह किसी बड़ी घटना को आमंत्रित कर रहा है.
क्या है नियम
सुरक्षा मानकों के अनुसार परियोजना में उत्खनन स्थल पर दस मीटर के अंतराल में एक बेंच बनाया जाना चाहिए. उसके बाद फेस को आगे बढ़ाया जाना चाहिए. इससे परियोजना के ऊपरी हिस्से से पत्थर या ओबी गिरने की आशंका कम रहती है. वहीं परियोजना में चल रही मशीन व कार्यरत कर्मियों की जान का खतरा नहीं रहता. इस हिसाब से कम से कम‌ छह बेंच उत्खनन स्थल पर बनाने की बात कही जा रही है.
नियमानुसार चल रहा है काम : महाप्रबंधक
कुसुंडा क्षेत्र के महाप्रबंधक एके सिंह ने कहा कि परियोजना का काम कंपनी के अधिकारियों की देखरेख में नियमानुसार चल रहा है. जरूरत के अनुसार सुरक्षा नियमों के अनुसार बेंच बनाया गया है. इस संबंध में आरके ट्रांसपोर्ट कंपनी के प्रबंधक रवि अग्रवाल से उनका पक्ष लेने के लिए उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया. लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला.

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