कतरास : मलबा में दबने से दो महिलाओं की मौत, ढुल्लू महतो ने कहा, हादसा के लिए बीसीसीएल दोषी
सोनारडीह के जेयलगोड़ा की घटना कतरास : सोनारडीह ओपी क्षेत्र के बंद साउथ गोविंदपुर कोलियरी के जेयलगोड़ा में शनिवार की दोपहर दो बजे मलबा में दब जाने से कलावती कुमारी(18) व सुशीला देवी (30) की मौत हो गयी. जबकि संजय हांड़ी की पत्नी मीना देवी (30) का पैर टूट गया. घायल महिला का इलाज धनबाद […]
सोनारडीह के जेयलगोड़ा की घटना
कतरास : सोनारडीह ओपी क्षेत्र के बंद साउथ गोविंदपुर कोलियरी के जेयलगोड़ा में शनिवार की दोपहर दो बजे मलबा में दब जाने से कलावती कुमारी(18) व सुशीला देवी (30) की मौत हो गयी. जबकि संजय हांड़ी की पत्नी मीना देवी (30) का पैर टूट गया. घायल महिला का इलाज धनबाद के अशर्फी अस्पताल में चल रहा है. स्थानीय लोगों ने मलबा में दबी घायल मीना देवी को निकाला और अस्पताल पहुंचाया.
वहीं सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने जेसीबी मशीन की मदद से मलबा हटा कर शवों को निकाला और पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया. मरनेवाली दोनों व घायल धर्माबांध बस्ती के हांड़ी टोला के रहनेवाली हैं. सभी जलावन के लिए कोयला व मिट्टी चुनने गयी थी. इसी दौरान मलबा दब जाने से यह घटना घट गयी. घटना की सूचना मिलने पर बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो, धनबाद डीएसपी राकेश दुबे व पुलिस के अधिकारी आये.
कैसे हुआ हादसा : दोपहर को धर्माबांध बस्ती के कलावती कुमारी, सुशीला देवी, मीना देवी(30) के साथ अन्य दो महिला वहां जलावन का कोयला व मिट्टी लेने गयी थीं. पांचों महिला वहां मिट्टी को खोद कर कोयला व मिट्टी निकाल रही थी, तभी एक बड़ा सा मलबा तीनों के ऊपर गिर गया. यह देख निकट के मैदान में खेल रहे कुछ बच्चों ने हो-हल्ला शुरू किया.
इसके बाद अन्य दो महिला किसी तरह से मलबे से निकल कर गांव जाकर मामले की जानकारी दी. सूचना मिलते ही सैकड़ों की संख्या में लोग वहां पहुंच गये और किसी तरह से संजय हांड़ी की पत्नी को कुदाल से खोद कर बाहर निकाल उसे अस्पताल भेज दिया. जबकि कलावती कुमारी व सुशीला देवी पूरी तरह से मलबे में दब गयी. जेसीबी मशीन को मंगवाकर दोनों के शव को बाहर निकाला गया. एंबुलेंस से पीएमसीएच भेज दिया गया.
हादसा के लिए बीसीसीएल दोषी : ढुल्लू महतो
बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो ने कहा कि बीसीसीएल की लापरवाही से गरीबो की जान चली गयी है. इसके लिए बीसीसीएल प्रबंधन दोषी है. उनकी लापरवाही से इस तरह की घटना घट रही है. हमने सरकार के समक्ष भी कई बार मामले को उठाये हैं. आश्रितो को मुआवजा मिलना चाहिए.
जलावन के लिए गरीब कोयला चुन कर घर का चूल्हा जलाते हैं. वहीं गोविंदपुर क्षेत्र के सुरक्षा पदाधिकारी एके बाग ने बताया कि जहां घटना घटी है. वहां बहुत पहले ही मलबा को ढक कर समतल कर दिया था. मगर फोरलेनिंग वालों ने सड़क चौड़ीकरण करने के लिए वहां मिट्टी की कटाई कर मैदान बना दिया.इसमें बीसीसीएल प्रबंधन की कोई भूमिका नहीं है.