नीरज हत्याकांड : गवाह ने की संजीव व अमन की पहचान

धनबाद : पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के मामले की सुनवाई शनिवार को जिला व सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार दुबे की अदालत में हुई. अदालत में चश्मदीद गवाह आदित्य राज का प्रति परीक्षण पूरा होने के बाद दो साक्षी राकेश कुमार व पप्पू यादव ने भी अपनी गवाही दी. राकेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2019 3:51 AM
धनबाद : पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के मामले की सुनवाई शनिवार को जिला व सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार दुबे की अदालत में हुई. अदालत में चश्मदीद गवाह आदित्य राज का प्रति परीक्षण पूरा होने के बाद दो साक्षी राकेश कुमार व पप्पू यादव ने भी अपनी गवाही दी. राकेश कुमार ने घटना की पुष्टि की.
उसने कोर्ट में उसी बात को दुहराया जो उसने केस के आइओ निरंजन तिवारी को बताया था. बताया कि यह घटना 21 मार्च 2017 शाम सात बजे की है. उस दिन शाम 06.40 बजे मैं अपने घर से निकल कर स्टील गेट गन्ना का जूस पीने जा रहा था. जूस दुकान के पास पहुंचा तो ब्रेकर के पास एक गाड़ी आकर रुकी. वहां गाड़ी के ड्राइवर की तरफ से एक आदमी तथा आगे से कुछ लोग अंधाधुंध गोली चलाने लगे. मैं वहीं पर एक गुमटी से सट कर छिप गया. कुछ लोग गाड़ी के दाहिने तरफ से आकर गोली चलाने लगे, वहीं पर कुछ लोग बोले कि चल हो संजीव भैया सब मर गइले. गोली चलना बंद हो गया तो हमलावर बाइक से बिग बाजार जाने लगे, तभी हमलावर में से एक व्यक्ति बाइक से उतरा और गाड़ी में आगे बैठे व्यक्ति पर गोली चलायी.
हमलावर गाली देते हुए व हवा में फायरिंग करते हुए चल गये. इसके बाद मैने अन्य लोगों के साथ गाड़ी के समीप जाकर देखा तो नीरज सिंह, उनका चालक घोलटू महतो तथा पीछे बॉडीगार्ड खून से लथपथ थे. आदित्य राज के दाहिने हाथ में गोली लगी थी. वह फोन कर नीरज सिंह के भाई एकलव्य सिंह को बुला रहा था.
थोड़ी देर के बाद एकलव्य सिंह अपनी गाड़ी से घटनास्थल पर आये और कुछ लोगों की मदद से अपने भाई नीरज सिंह व आदित्य राज को अपनी गाड़ी से इलाज के लिए सेंट्रल हॉस्पिटल ले गये, जहां डॉक्टरों ने नीरज सिंह को मृत घोषित कर दिया. गाड़ी में बैठे बाकी लोगों की मृत्यु घटनास्थल पर ही हो गयी थी. मैं अमन सिंह को गोली चलाने वाले के रूप में पहचानता हूं. दाहिनी ओर से संजीव सिंह गोली चला रहे थे, उन्हें हम पहचानते हैं.
वहीं गवाह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रस्तुत किये गये अभियुक्त कुर्बान अली और चंदन सिंह को देखकर पहचानने से इंकार किया. पप्पू यादव ने अपनी गवाही में अदालत को बताया कि मैं स्टील गेट के पास छह सात साल से तरबूज बेचता हूं . यह घटना दो साल पहले की है, शाम सात बजे का समय था. मैं चाय पीने गया था, चाय पीकर लौटा तो ब्रेकर के पास भीड़ देखी. आदमी बोल रहे थे कि नीरज सिंह को गोली मार दी. सभी लोग भाग रहे थे ताे मैं भी भाग गया.
अभियोजन की ओर से अपर लोक अभियोजक ओमप्रकाश तिवारी ने दोनों गवाहों के मुख्य परीक्षण कराया, जबकि प्रति परीक्षण बचाव पक्ष के अधिवक्ता बी एम त्रिपाठी, मो जावेद, मदन मोहन दरीपा ने किया. मौके पर सूचक के निजी अधिवक्ता एसएन मुखर्जी (माती दा) व बचाव पक्ष के अधिवक्ता पंकज प्रसाद, देवी शरण सिन्हा, कुमार मनीष, केके तिवारी मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version