फर्जी पुत्र बनकर जमीन का किया सौदा, चार लाख ठगी में गया जेल
धनसार : मनईटाड़ धोबिया तालाब के डेकोरेटर व्यवसायी ओम प्रकाश गुप्ता से चार लाख रुपये की ठगी के आरोप में पुलिस ने दुहाटाड़ के विक्की बनर्जी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस संबंध में धनसार थाना में मामला दर्ज किया गया है. क्या है मामला ओम प्रकाश गुप्ता को डेकोरेटर दुकान के लिए […]
धनसार : मनईटाड़ धोबिया तालाब के डेकोरेटर व्यवसायी ओम प्रकाश गुप्ता से चार लाख रुपये की ठगी के आरोप में पुलिस ने दुहाटाड़ के विक्की बनर्जी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस संबंध में धनसार थाना में मामला दर्ज किया गया है.
क्या है मामला
ओम प्रकाश गुप्ता को डेकोरेटर दुकान के लिए जमीन की जरूरत थी. उसने बाटा मोड़ झरिया के जमीन दलाल गणेश प्रसाद गुप्ता से मुलाकात की. गणेश ने दुहाटाड़ के विक्की चटर्जी को स्व. गौर गोपाल चटर्जी का इकलौता पुत्र बता उससे मुलाकात करायी.
कहा कि जमीन दुहाटाड़ मौजा में है. दोनों ने ओम प्रकाश गुप्ता से तेरह लाख पचास हजार में जमीन का सौदा कर लिया. विक्की ने जमीन के फर्जी कागजात और अपना फर्जी वोटर व आधार कार्ड ओमप्रकाश को दे दिया.
ओम प्रकाश ने जमीन के कागजात की धनबाद रजिस्ट्री ऑफिस में जांच करायी, जहां पता चला कि यह जमीन वास्तव में स्व. गौर गोपाल चटर्जी की ही है. उसने जमीन खरीदने कि इच्छा जतायी. इसके बाद विक्की से जमीन खरीदने का एकरारनामा बना. ओमप्रकाश ने अग्रिम तौर पर विक्की को दो बार मे चार लाख रुपये दे दिये.
चार दिन पहले ओम प्रकाश जमीन पर काम कराने पहुंचा तो जमीन का असली मालिक सुब्रतो चटर्जी वहां पहुंच गया. जब ओमप्रकाश ने उसे सारी बात बतायी तो उसने बताया कि गणेश और विक्की ने उसके साथ धोखा किया है. जमीन मालिक गौर गोपाल का एकमात्र पुत्र वह ही (सुब्रतो) है.
ओमप्रकाश ने पता किया तो मालूम चला कि विक्की चटर्जी का असली नाम विक्की बनर्जी है और उसके पिता का नाम सुजीत बनर्जी है. तब ओम प्रकाश को ठगी का एहसास हुआ.
उसने बाटा मोड़ झरिया निवासी गणेश प्रसाद गुप्ता और विक्की के खिलाफ धनसार थाना मे जमीन का फर्जी कागजात दिखा कर चार लाख ठगी करने का मामला दर्ज कराया. वहीं भुक्तभोगी ने रविवार को आरोपी विक्की को डुमरियाटाड़ से पकड़कर पुलिस को को सौंप दिया. धनसार पुलिस ने विक्की को जेल भेज दिया.