सरिया निवासी कबड्डी के नेशनल खिलाड़ी ने फांसी लगा की खुदकुशी

गोमो : हरिहरपुर थाना अंतर्गत रेलनगरी गोमो की न्यू सीकलाइन कॉलोनी निवासी विद्यालय स्तरीय कबड्डी के राष्ट्रीय खिलाड़ी सत्यम कुमार यादव (15) ने शुक्रवार की रात फंदे से झूल कर जीवन लीला समाप्त कर ली. वह संत जॉन डी-ब्रिटो स्कूल की दसवीं कक्षा का छात्र था. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2019 12:33 AM

गोमो : हरिहरपुर थाना अंतर्गत रेलनगरी गोमो की न्यू सीकलाइन कॉलोनी निवासी विद्यालय स्तरीय कबड्डी के राष्ट्रीय खिलाड़ी सत्यम कुमार यादव (15) ने शुक्रवार की रात फंदे से झूल कर जीवन लीला समाप्त कर ली. वह संत जॉन डी-ब्रिटो स्कूल की दसवीं कक्षा का छात्र था.

सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है. इस घटना के बाद गोमो रेल नगर में सनसनी फैल गयी. लोगों में चर्चा थी कि प्रेम प्रसंग में होनहार किशोर ने अपनी जान दे दी. सत्यम अपने दादा रेलकर्मी एसके यादव की न्यू सीकलाइन कॉलोनी के रेल आवास में रहता था. उसका परिवार सरिया थाना अंतर्गत चौबे गांव का निवासी है.

कैसे क्या हुआ : मृतक की दादी चिंता देवी ने बताया कि परिवार के सभी सदस्य रेल आवास में रहते हैं. लेकिन, सत्यम दूसरे रेल आवास में पढ़ाई करने के लिए रहता था. वहां वह अपने चाचा रवि यादव के साथ रात में सोता था. उसके कई दोस्त भी पढ़ने के लिए उक्त कमरे में आया करते थे. सत्यम शुक्रवार की रात खाना खाने के बाद सोने के लिए अकेले उक्त आवास में चला गया. शनिवार सुबह साढ़े नौ बजे तक जब सो कर नहीं उठा तो उसकी दादी परेशान होने लगी. आवास का दरवाजा अंदर से बंद था.

दादा एसके यादव ड्यूटी पर थे, जबकि चाचा वन विभाग के एएसआइ रवि यादव भी राजगंज कार्यालय में ड्यूटी पर थे. इस दौरान दादी ने हल्ला मचाया. मुहल्ले के कई भी जुटे. इसके बाद लोगों ने धक्का देकर दरवाजा खोला तो अंदर का नजारा देख सभी भौंचक रह गये. सत्यम फंदे से झूल रहा था. स्थानीय लोगों ने उसे फंदे से नीचे उतारा और पुलिस को सूचना दी.

फिर पुलिस ने आकर फर्द बयान लिया और पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया. इस संबंध में हरिहरपुर थाना प्रभारी अगनु भगत ने बताया कि पुलिस ने दादी चिंता देवी के फर्द बयान शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. यूडी केस दर्ज किया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कुछ कहा जा सकता है. घटना की सूचना पाकर दादा एसके यादव व एएसआइ रवि यादव पहुंचे.

बचपन में उठ गया था मां-बाप का साया

स्थानीय लोगों ने बताया कि जब सत्यम जब बहुत छोटा था. उसी समय एक सड़क दुर्घटना में उसके पिता वीरेंद्र यादव तथा उसकी मां की मौत हो गयी थी. उसे तीन बहनें भी हैं. दादा–दादी ने अपने पोता तथा पोतियों का पालन-पोषण किया.

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