अंतिम संस्कार को मिले रुपयेे को दारू में फूंका, बड़े भाई के शव को झाड़ियों में फेंका

भूली में बुधवार की रात हुई एक घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया. इस इलाके में ही नहीं, कोयलांचल में अपने आप में यह एक पहली व अत्यंत शर्मनाक घटना है. अपने बड़े भाई की मौत के बाद जिस तरह से एक सहोदर भाई ने शव के साथ क्रूर मजाक किया, वह एक दुश्मन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 30, 2019 3:18 AM

भूली में बुधवार की रात हुई एक घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया. इस इलाके में ही नहीं, कोयलांचल में अपने आप में यह एक पहली व अत्यंत शर्मनाक घटना है. अपने बड़े भाई की मौत के बाद जिस तरह से एक सहोदर भाई ने शव के साथ क्रूर मजाक किया, वह एक दुश्मन के लिए भी कोई नहीं कर सकता है.

भूली : भूली सी ब्लॉक निवासी धर्मराज पांडेय ने अपने बड़े भाई ओम प्रकाश पांडेय के शव का अंतिम संस्कार के लिए जुगाड़ किये पैसों को साथियों के साथ मंगलवार की रात को शराब में उड़ा दिया आैर शव को झाड़ियों में फेंक दिया. इसके बाद लाश के गुम होने की सूचना थाना में दी. जब लोगों ने दबाव बनाया तो बुधवार की सुबह शव को खोज कर अंतिम संस्कार किया.
क्या है पूरा मामला : भूली सी ब्लॉक के रहने वाले ओम प्रकाश पांडेय (60) लंबे समय से बीमार रहते थे. वह अविवाहित था. अपने भाई धर्मराज के साथ रहता था. पीडीएस से चावल परिवार को मिलता था. उसके बाद इधर-उधर कुछ काम कर परिवार चलता था. ओम प्रकाश की दोस्ती इलाके के लोगों के साथ थी. लोग आदर और दया दोनों उसके साथ करते थे.
लंबी बीमारी के कारण मंगलवार को ओम प्रकाश पांडेय की मौत हो गयी. मौत के बाद कफन शरीर में ढंक कर उसके भाई धर्मराज पांडेय व उसकी पत्नी भूली क्षेत्रीय अस्पताल गये, वहां मृतक के परिचितों को मामले से अवगत कराया. इस पर अस्पताल के प्रेम नारायण सिंह और अन्य कर्मियों ने शव के अंतिम संस्कार के लिए धर्मराज पांडेय को तीन हजार रुपये दिये.
फिर कहा कि पहले दाह संस्कार करें, बाद में और मदद की जायेगी. इतना होते-होते शाम हो गयी. इधर, धर्मराज पांडेय ने अपने भाई के शव का अंतिम संस्कार न कर अपने कुछ साथियों को बुलाया. रात में ही दाह संस्कार के लिए मिले पैसों से शराब खरीदी. फिर दोस्तों संग पी. उसके बाद रात को अपनी पत्नी के साथ शव को ऑटो में लाद कर बी ब्लॉक स्कूल के समीप लाया आैर आगे बढ़ कर रेलवे ट्रैक के किनारे झाड़ियों में फेंक दिया.

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