निरसा पॉलिटेक्निक मेंहॉस्टल आवंटन पर रोक
धनबाद: माइनिंग पॉलिटेक्निक निरसा ने अपने जजर्र छात्रावास के कमरों का आवंटन करने पर रोक लगा दी है. प्रबंधन का मानना है कि छात्रावास के कमरे इतने क्षतिग्रस्त व बेहाल हैं कि उसमें छात्रों को रखना खतरे से खाली नहीं. संस्थान प्रबंधन चाहता है कि जो छात्र छात्रावास में हैं, वे भी खाली कर दें. […]
धनबाद: माइनिंग पॉलिटेक्निक निरसा ने अपने जजर्र छात्रावास के कमरों का आवंटन करने पर रोक लगा दी है. प्रबंधन का मानना है कि छात्रावास के कमरे इतने क्षतिग्रस्त व बेहाल हैं कि उसमें छात्रों को रखना खतरे से खाली नहीं. संस्थान प्रबंधन चाहता है कि जो छात्र छात्रावास में हैं, वे भी खाली कर दें. अब दूर-दराज से हॉस्टल में रह कर पढ़ाई कर रहे निर्धन छात्रों पर मानो पहाड़ टूट पड़ा है. यहां 71 रुपये प्रतिमाह शुल्क पर रहे रहे थे, बाहर निजी लॉज या हॉस्टल में वे कहां से 800-100 0 रुपये का खर्च उठायेंगे.
हालत छात्रावास की : 28 कमरों वाले छात्रावास भवन की वर्षो से कोई मरम्मत नहीं हुई है. चार से पांच कमरे तो किसी काम के नहीं हैं. जबकि अन्य की हालत भी बेहतर नहीं कही जायेगी. कमरों में छत का प्लास्टर टूट कर सोते में छात्रों पर गिरते रहता है. छात्रावास में 2011-14 तथा 2012-15 बैच के 37 स्टूडेंट्स रह रहे हैं. यहां चार शौचालयों में से एक ही काम का है. बरसात में दीवार में करंट आ जाता है.
नहीं सुनता भवन प्रमंडल विभाग : छात्रावास का प्रभार संभाल रहे प्रो राजदेव कुमार वर्ष 2013-2014 के दौरान कम से कम पांच दफा लिखित तथा 10 बार खुद प्राचार्य अपनी समस्या रख चुके हैं, कोई सुनवाई नहीं हुई.