छह बीसीसीएल अधिकारियों पर प्राथमिकी, 13 ठिकानों पर सर्च
धनबाद : कोल शॉर्टेज के एक मामले में धनबाद सीबीआइ, एंटी करप्शन विंग ने मंगलवार को बीसीसीएल के छह अधिकारियों और आउटसोर्सिंग कंपनी एटी देव प्रभा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उनके 12 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया. इसके अलावा अशोक नगर रांची में भी एक ठिकाने पर सर्च चल रहा है. देर शाम तक […]
धनबाद : कोल शॉर्टेज के एक मामले में धनबाद सीबीआइ, एंटी करप्शन विंग ने मंगलवार को बीसीसीएल के छह अधिकारियों और आउटसोर्सिंग कंपनी एटी देव प्रभा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उनके 12 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया. इसके अलावा अशोक नगर रांची में भी एक ठिकाने पर सर्च चल रहा है. देर शाम तक सर्च ऑपरेशन जारी था.
मापी में 61756 टन कम मिला था कोयला : बीसीसीएल के लोदना एरिया के जीनागोड़ा (एफ पैच) परियोजना में छह व सात अप्रैल 2017 को कोल इंडिया, बीसीसीएल मुख्यालय व विजिलेंस की संयुक्त टीम ने वार्षिक कोयला मापी की थी.
एक अप्रैल 2017 के बुक स्टॉक के मुताबिक जीनागोड़ा डंप में 2,21,477 टन वाशरी (फोर-ग्रेड) का कोयला होना चाहिए था, जबकि डंप में 1,59,721 टन ही कोयला मिला था. 61,756 टन वाशरी फोर-ग्रेड का कोयला शॉर्ट मिला था. यानी बुक स्टॉक से 27.88 प्रतिशत कोयला कम था, जबकि बुक स्टॉक से वास्तविक स्टॉक में पांच प्रतिशत कम या ज्यादा कोयला नहीं होना चाहिए.
कोल शॉर्टेज से बीसीसीएल को करीब 13.50 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने का आरोप है. शिकायत मिलने के बाद अपनी प्रारंभिक जांच में सीबीआइ ने मामले को सही पाया. इसी मामले में कोल इंडिया चेयरमैन व सीबीसी की अनुमति के बाद आज बीसीसीएल के छह अधिकारियों सहित आउटसोर्सिंग कंपनी पर अंडर सेक्शन 120-बी, आर/डब्ल्यू 409, 477-ए, सेक्शन 13(2), आर/डब्ल्यू 13(1)(सी) व (डी) भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम 1988 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी और सर्च ऑपरेशन शुरू किया.