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धनबाद : घूस लेते राजस्व कर्मचारी को एसीबी की टीम ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार

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प्रतिनिधि, पूर्वी टुंडी भ्रष्टाचार विरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को पूर्वी टुंडी अंचल के हलका नंबर पांच (पांड्रा-बेजड़ा पंचायत) के राजस्व कर्मचारी रमेश कुमार सिंह को अंचल कार्यालय से तीन हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. कर्मचारी दाखिल खारिज कराने के लिए अंचल अधिकारी के नाम पर रिश्वत ले रहा था. पूर्वी […]

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प्रतिनिधि, पूर्वी टुंडी

भ्रष्टाचार विरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को पूर्वी टुंडी अंचल के हलका नंबर पांच (पांड्रा-बेजड़ा पंचायत) के राजस्व कर्मचारी रमेश कुमार सिंह को अंचल कार्यालय से तीन हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. कर्मचारी दाखिल खारिज कराने के लिए अंचल अधिकारी के नाम पर रिश्वत ले रहा था. पूर्वी टुंडी में एसीबी की यह पहली कार्रवाई है.

क्या है मामला

चुरुरिया पंचायत के घुरनी बेड़ा, सुंदरपहाड़ी निवासी राकेश कर्मकार ने एसीबी से राजस्व कर्मचारी की शिकायत की थी. कर्मकार ने शिकायत में कहा था कि उसने 2017 में 32 डिसमिल जमीन खरीदी. उसी साल उसका दाखिल-खारिज कराने के लिए आवेदन दिया. उस समय रमेश सिंह हल्का नंबर आठ (चुरुरिया, उकमा और मैरानवाटांड़ पंचायत) का राजस्व कर्मचारी था.

आवेदन को राजस्व कर्मचारी ने दबा लिया था और काफी दिनों से टालमटोल कर रहा था. संपर्क करने पर दाखिल-खारिज करने के लिए 16 हजार रुपये की मांग की. राजस्व कर्मचारी का कहना था कि अंचल अधिकारी और सीआइ (अंचल निरीक्षक) को भी हिस्सा देना पड़ता है. काफी मिन्नत करने पर अंत में राजस्व कर्मचारी नौ हजार रुपये रिश्वत लेकर दाखिल-खारिज करने को तैयार हुआ.

हालांकि राकेश कर्मकार इसके लिए तैयार नहीं थे. उन्होंने तंग आकर एसीबी से शिकायत की. उसके बाद एसीबी ने जाल बिछाया. गिरफ्तार करने के बाद एसीबी ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस निरीक्षक जुल्फिकार अली को अनुसंधानकर्ता बनाया गया है.

ऐसे बिछाया जाल

राकेश ने बताया कि रमेश सिंह क्या गरीब और क्या अमीर कुछ नहीं सोचता था. सिर्फ पैसे से मतलब रखता था. उसने साल 2017 में दाखिल खारिज करवाने के लिए आवेदन दिया था. उसे बार-बार अंचल दौड़ाया जा रहा था. तंग आकर उसने एसीबी से संपर्क किया तो एसीबी ने जाल बिछाया. टीम ने राकेश को पांच-पांच सौ के छह नोट दिये, जिसे मंगलवार को राकेश ने अंचल कार्यालय में रमेश को दिया.

बाकी छह हजार रुपये बाद में देने की बात कह कर वह निकल गये. जैसे ही राकेश निकला, वैसे ही एसीबी की टीम कार्यालय में घुसी और रमेश को पकड़ लिया. कार्रवाई होते ही सभी कर्मचारी भौंचक्क रह गये और इधर-उधर दुबकने लगे. इधर, अंदर कार्रवाई चल ही रही थी कि अंचल अधिकारी सुरेश कुमार सिन्हा अपने कार्यालय से निकल गये.

एसीबी की टीम ने रमेश सिंह के हाथों को पानी में डुबोया तो पानी का रंग गुलाबी हो गया. उसके बाद जेब से रुपये निकलवाये और नोटों का क्रम संख्या भी मिलाया. सभी प्रयोग को कार्यालय में मौजूद लोगों ने देखा और दंग रह गये. एसीबी की टीम आरोपी कर्मचारी को साथ ले गयी.

आलीशान मकान में रहता है कर्मचारी रमेश

पूर्व में भी रमेश सिंह पूर्वी टुंडी अंचल में रह चुका है. इसके बाद वह गोविंदपुर अंचल में भी था. दुबारा पूर्वी टुंडी अंचल में था. धनबाद में भाड़े के आलीशान मकान में रहता है. ठाट-बाट भरी जिंदगी जीता है. कभी-कभी वह चारपहिया वीआइपी गाड़ी से भी आना-जाना करता था.

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