91 लाख कर्ज लौटाने से इनकार

धनबाद: कंपनियों का निदेशक व बड़ा व्यवसायी बता 91 लाख रुपये कर्ज लिये. एक वर्ष में लौटा देने और 18 प्रतिशत सूद देने की बात तय थी. सूद की बात तो दूर मूलधन लौटाने से भी इनकार कर रहे हैं. अब फोन भी नहीं उठाते. रकम लेने वालों पर पहले से ही धोखाधड़ी व जालसाजी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2014 10:31 AM

धनबाद: कंपनियों का निदेशक व बड़ा व्यवसायी बता 91 लाख रुपये कर्ज लिये. एक वर्ष में लौटा देने और 18 प्रतिशत सूद देने की बात तय थी. सूद की बात तो दूर मूलधन लौटाने से भी इनकार कर रहे हैं.

अब फोन भी नहीं उठाते. रकम लेने वालों पर पहले से ही धोखाधड़ी व जालसाजी के मामले हैं. ठगी के शिकार धनबाद के व्यवसायी जोड़ाफटक रोड निवासी विक्रम सिंह संधु ने बैंक मोड़ थाने में गुरुवार को एफआइआर दर्ज करायी है. कोलकाता निवासी कमल कुमार कोठारी, सुनीता कोठारी व आनंद अग्रवाल को नामजद किया गया है.

क्या है मामला : विक्रम सिंह संधू मेसर्स शेविन कैपिटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक हैं. कोलकाता के ब्रोकर आनंद अग्रवाल ने वर्ष 2013 में विक्रम व उनकी कंपनी के एक अन्य निदेशक इंदरपाल संधु से कमल कुमार कोठारी व सुनीता कोठारी का परिचय कराया. कहा गया कि कमल व सुनीता परमार्थ एग्रो मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड व अन्य कई कंपनियों के निदेशक हैं. ये लोग बड़े व्यवसायी हैं जिनका फाइनेंस, बैंकिंग, लिजींग मरचेंट, वास्तु व्यापार समेत अन्य कारोबार है. व्यवसायी ने वर्ष 2013 के मार्च में एक जमीन भी बेची. विक्रम का आरोप है कि तरह-तरह की बातें कर कोठारी ने उन्हें झांसा देकर विश्वास में ले लिया. एक करोड़ रुपये कर्ज की मांग की. रकम पर 18 प्रतिशत सूद देने व एक वर्ष में रकम लौटाने की बात कही. परमार्थ एग्रो मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के खाते में 33 लाख व अन्य खाते में 58 लाख रुपये आरटीजीएस के माध्यम से भेज दिया गया. रकम की न तो सूद दी गयी और न ही एक वर्ष बीत जाने पर रकम लौटायी गयी. अधिवक्ता के माध्यम से नोटिस भेजा गया, लेकिन कोई जबाव नहीं दिया. फोन करने पर टाल-मटोल करते रहे. बाद में फिर रकम लेने की बात से ही मुकर गये.

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