निरसा: निरसा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भरती चपली देवी (40) की मौत इलाज के अभाव में मंगलवार की सुबह हो गयी. वह डायरिया प्रभावित खास निरसा शहरपुरा की रहने वाली थी. चपली सोमवार से डायरिया से पीड़ित थी.
मौत के बाद लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र में जम कर हंगामा किया. चिकित्सक एसके झा को बंधक बना लिया. बाद में प्रशासनिक अधिकारियों से हुई वार्ता के बाद डॉ झा को मुक्ति मिली. चपली देवी को डायरिया का पता चलने के बाद केंद्र में लगभग आठ बजे भरती कराया गया था. उस समय कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था. वार्ड ब्वॉय ने स्लाइन चढ़ाने का प्रयास किया, लेकिन उसे नस नहीं मिली. इस दौरान चपली ने छटपटा कर प्राण त्याग दिये. सोमवार को बस्ती में सीएस की उपस्थिति में दवा भी दी गयी थी. हालत में सुधार नहीं होते देख आज सुबह उसे केंद्र लाया गया था.
जैसे ही मौत की सूचना सार्वजनिक हुई, शहरपुरा के ग्रामीण व नेता केंद्र पहुंच कर हंगामा करने लगे. लगभग उसी समय वहां पहुंचे डॉ झा को जिप सदस्य दुर्गा दास के नेतृत्व में लोगों ने बंधक बना लिया. ग्रामीणों का आरोप था कि सीएस डॉ अरुण कुमार सिन्हा के निर्देश के बाद भी बस्ती में कैंप नहीं लगाया गया. इतना ही नहीं, केंद्र में भी चिकित्सक डय़ूटी पर नहीं मिले. यदि समय पर इलाज होता, तो चपली को बचाया जा सकता था. उनका कहना था कि दवा व अन्य सामग्री की व्यवस्था केंद्र में नहीं है. इससे गरीबों को काफी असुविधा हो रही है. ग्रामीणों और चिकित्सकों में तू-तू, मैं-मैं भी हुई. ग्रामीणों ने केंद्र की एक खिड़की का शीशा तोड़ दिया. इस दौरान केंद्र में उपस्थित महिला चिकित्सक से भी लोगों की बहस हुई.
नजर रखी जा रही है
पूरे मामले पर नजर रखी जा रही है. धनबाद से जिला यक्ष्मा व सर्विलांस पदाधिकारी डॉ जयंत कुमार, डॉ कुमार गौतम के नेतृत्व में टीम भेजी गयी है. साथ ही आइवी, स्लाइन, फ्लूड, दो हजार ओआरएस पैकेट उपलब्ध करा दिया गया है. डायरिया पीड़ित को तत्काल सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी.
डॉ अरुण कुमार सिन्हा, सीएस, धनबाद