एक और फर्जी कंपनी पकड़ायी

पता झरिया का, जांच में न दफ्तर मिला और न ही प्रोपराइटर एफआइआर के लिए की गयी अनुशंसा 30 मई को बीएस इंटरप्राइजेज के नाम से कराया गया रजिस्ट्रेशन धनबाद : धनबाद से दो नंबर का कोयला बिहार व यूपी भेजा जा रहा है. इस काम में शेल (फर्जी) कंपनियां महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2019 2:34 AM

पता झरिया का, जांच में न दफ्तर मिला और न ही प्रोपराइटर

एफआइआर के लिए की गयी अनुशंसा

30 मई को बीएस इंटरप्राइजेज के नाम से कराया गया रजिस्ट्रेशन

धनबाद : धनबाद से दो नंबर का कोयला बिहार व यूपी भेजा जा रहा है. इस काम में शेल (फर्जी) कंपनियां महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. शेल कंपनियां फर्जी नाम से रजिस्ट्रेशन लेकर ई वे बिल (परमिट) जेनेरेट कर दो नंबर कोयला को बाहर भिजवा रही है. धनबाद में कई शेल कंपनियां काम कर रहीं हैं.

इस काम के लिए शेल कंपनियों को अच्छी खासी रकम मिल रही है. ऐसी ही एक शेल कंपनी का मामला गुरुवार को सामने आया है. धर्मशाला रोड झरिया की एक शेल कंपनी बीएस इंटरप्राइजेज ने तीन माह में 14 करोड़ 95 लाख 83 हजार रुपये का कोयला बेचा. ई वे बिल जेनेरेट तो किया लेकिन टैक्स नहीं दिया और न ही रिटर्न फाइल की. राज्यकर विभाग की टीम ने जांच की तो न तो कंपनी का एड्रेस मिला और न ही प्रोपराइटर. मामले में कंपनी के मालिक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू की गयी है.

क्या है मामला: बीएस इंटरप्राइजेज नाम से 30 मई 2019 को जीएसटी में रजिस्ट्रेशन लिया गया. विनय कुमार शर्मा के नाम से कोयला के कारोबार के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया गया. झरिया धर्मशाला रोड का एड्रेस दिया गया. बीएस इंटरप्राइजेज ने जून व जुलाई मात्र दो माह में ई वे बिल(परमिट) निकाल कर 14 करोड़ 95 लाख का कोयला बिहार व यूपी की कंपनियों को बेचा. लेकिन सरकार को बेचे हुए कोयला का न तो टैक्स दिया और न ही रिटर्न ही फाइल की. जब कंपनी द्वारा रिटर्न नहीं दिखाया गया तो जांच शुरू हुई. जांच में कंपनी फर्जी मिली.

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