शेल कंपनियों से लेन-देन करनेवाले कारोबारियों पर भी होगी कार्रवाई
धनबाद : शेल (फर्जी) कंपनी बनाकर करोड़ों रुपये जीएसटी की चोरी करने के मामले में कई जांच एजेंसियों को लगाया गया है. राज्य कर विभाग की शिकायत पर मामले की जांच चल रही है. शेल कंपनी संचालकों के साथ-साथ उनसे कारोबारी लेन-देन करने वालों पर भी पुलिस कार्रवाई की तैयारी में है. नामजद अभियुक्तों की […]
धनबाद : शेल (फर्जी) कंपनी बनाकर करोड़ों रुपये जीएसटी की चोरी करने के मामले में कई जांच एजेंसियों को लगाया गया है. राज्य कर विभाग की शिकायत पर मामले की जांच चल रही है. शेल कंपनी संचालकों के साथ-साथ उनसे कारोबारी लेन-देन करने वालों पर भी पुलिस कार्रवाई की तैयारी में है. नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए अब उनके सहयोगियों पर भी पुलिस दबाव बनायेगी. इसके लिए आयकर विभाग से भी सहयोग लिया जा रहा है.
कुछ नामजद अभियुक्तों के खिलाफ कुर्की-जब्ती का भी आदेश है. आयकर विभाग भी करवंचकों का रिकॉर्ड खंगाल रहा है. अब तक धनबाद में राज्य कर विभाग की ओर से 11 मामले दर्ज कराये गये हैं. पुलिस की जांच में प्रथम दृष्टया सभी मामले सही पाये गये हैं. यहां फर्जी कंपनियों के नाम पर लगभग एक अरब रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ. लेकिन राज्य सरकार को कोई कर नहीं मिला.
कुछ आरोपितों के खिलाफ कुर्की-जब्ती का आदेश
बैंकों में परिचयकर्ता, नॉमिनी की भी हो रही तलाश
डेविड का बैंक खाता खुलवाने में मदद करने वालों की हो रही खोज
सूत्रों के अनुसार धनबाद थाना कांड संख्या 218/18 में वाणिज्य कर विभाग की तरफ से डेविड कुमार दास के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी पुलिस अनुसंधान में सही पाया गया है. जांच में पता चला कि डेविड दास को बंधन बैंक में खाता खुलवाने में अजय कुमार बासुरी ने मदद की थी. अजय ही पहचानकर्ता बने. जबकि इस खाता में नॉमिनी के रूप में शकुंतला दास का नाम है.
पुलिस ने आयकर विभाग से डेविड, अजय तथा शकुंतला के पैन नंबर के आधार पर विस्तृत जानकारी मांगी है. साथ ही मामले के आइओ को अजय तथा शकुंतला से संपर्क कर डेविड का लोकेशन लेने तथा उसकी गिरफ्तारी में सहयोग लेने को कहा गया है. अगर डेविड नहीं मिलता है तो उसकी सपत्ति को कुर्की करने का भी निर्देश दिया गया है. डेविड की गिरफ्तारी के लिए साइबर पुलिस का भी सहयोग लिया जा रहा है.
बैंक में उसके द्वारा दिये गये तीनों मोबाइल नंबर 8092266063, 8540946910 एवं 7541905235 का सीडीआर भी निकाल चुकी है. उसके द्वारा पूर्वा इंटरप्राइजेज को खोलने के लिए इस्तेमाल किये गये दस्तावेजों की भी जांच पुलिस कर रही है. डेविड के खिलाफ बलियापुर थाना में भी कर चोरी का मामला दर्ज है.
हुगली में फर्जी मिला आनंद साव का पता
बलियापुर थाना कांड संख्या 72/18 भी पुलिस जांच में सही पाया गया. इस मामले में पुलिस अभियुक्त के हुगली स्थित पता पर पहुंची तो पता चला कि वहां आनंद साव नामक कोई व्यक्ति नहीं रहता. इस मामले में पुलिस ने निर्वाचन आयोग तथा आयकर विभाग से सहयोग मांगा है. साथ ही हुगली स्थित एसबीआइ में उसके खाता के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी गयी है.
मसलन खाता खुलवाने में कौन परिचयकर्ता थे, कौन नॉमिनी है. एसएसपी ने आइओ को हर हाल में नामजद अभियुक्त आनंद को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है. उसके मोबाइल नंबर 9883101493 एवं 9831273213 की भी सीडीआर निकाली गयी है.
अश्विनी का भी पता निकला फर्जी, पैन के जरिये तलाश
बलियापुर थाना कांड संख्या 73/ 18 में अश्विनी कुमार प्रसाद के खिलाफ दर्ज कर चोरी मामला भी पुलिस जांच में सही पाया गया. इस मामले में भी अश्विनी द्वारा दिये गये पता जांच में फर्जी निकला.
उसका भी पता हुगली ही है. बलियापुर पुलिस ने इस मामले में हुगली पुलिस तथा पैन नंबर के आधार पर वहां के आयकर विभाग से सहयोग मांगा है. अभियुक्त के बैंक खाता तथा उसमें दर्ज परिचयकर्ता एवं नोमिनी की भी तलाश करने को कहा गया है. उन लोगों से पूछताछ कर अभियुक्त को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है.
जीएसटी चोरी करने वाले मामलों को लेकर पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है. उनके साथ लेन-देन करने वाले व्यवसायियों की भी कुंडली खंगाली जा रही है. उनसे भी पूछताछ की जायेगी. जब कंपनियां अस्तित्व में नहीं थी, तब यहां के कारोबारियों ने कैसे उन लोगों से सामान लिया. किस तरह से उनके खाते में राशि भेजी गयी. साथ ही सभी के बैंक खाता खुलवाने में सहयोग करने वालों की भी जांच हो रही है. साक्ष्य मिलने पर उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है.