धनबाद : श्रम संगठनों की आठ जनवरी को देशव्यापी हड़ताल
नयी दिल्ली में सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के कंवेंशन में किया गया एलान धनबाद : नयी दिल्ली में दस सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के कंवेंशन में 8 जनवरी को देशव्यापी आम हड़ताल का ऐलान किया गया. सोमवार को पार्लियामेंट स्ट्रीट पर आयोजित कंवेंशन में इंटक, एचएमस, एटक, सीटू, एक्टू, सेवा, टीयूसीसी, यूटीयूसी, एलपीएफ और एएआइयूटीयूसी शामिल थीं. […]
नयी दिल्ली में सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के कंवेंशन में किया गया एलान
धनबाद : नयी दिल्ली में दस सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के कंवेंशन में 8 जनवरी को देशव्यापी आम हड़ताल का ऐलान किया गया. सोमवार को पार्लियामेंट स्ट्रीट पर आयोजित कंवेंशन में इंटक, एचएमस, एटक, सीटू, एक्टू, सेवा, टीयूसीसी, यूटीयूसी, एलपीएफ और एएआइयूटीयूसी शामिल थीं. यह जानकारी ऑल इंडिया कोल वर्कर्स फेडरेशन (सीटू) के महासचिव डीडी रामनंदन ने दी. कंवेंशन में मोदी सरकार की नीतियों को जनविरोधी, राष्ट्रविरोधी, मजदूर एवं उद्योग विरोधी बताया गया.
कंवेंशन में वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार दो के 100 दिन के कार्यकाल में आर्थिक मंदी, बेरोजगारी अंतिम चरण में है. सबका साथ सबका विकास का नारा जुमला साबित हुआ है. सरकार की आर्थिक नीतियों से आम जन प्रभावित है.
श्रम कानूनों को उद्योगपतियों के हक में बदला जा रहा है. आरटीआइ अधिनियम को कमजोर किया जा रहा है. कश्मीर की जनता से विचार किए बगैर धारा 370 को हटा दिया गया. सरकार ने सार्वजनिक उद्योगों के निजीकरण के लिए आक्रामक नीति अपनायी है.
कोल, रेल, रक्षा उद्योगों में 100 प्रतिशत एफडीआइ का फैसला पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है. एयर इंडिया, बीएसएनएल कर्मियों को कई महीनों से वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है. वक्ताओं में एटक अध्यक्ष रमेंद्र कुमार, महासचिव अमरजीत कौर, सीटू अध्यक्ष डॉ हेमलता, महासचिव तपन सेन, एचएमएस महासचिव हरभजन सिंह सिधु आदि प्रमुख हैं.
कार्य योजना : 8 जनवरी की प्रस्तावित हड़ताल को सफल बनाने के लिए तीन माह की कार्य योजना बनायी गयी है. इसके तहत अक्तूबर, नवंबर में देश के हर जिले एवं हर राज्य में संयुक्त कंवेंशन, दिसंबर में हर उद्योग में सरकार की नीतियों को लेकर जन जागरण अभियान चलाया जायेगा.