बराकर नदी में डूब गये हीरापुर के मामा-भांजा
धनबाद/चिरकुंडा : कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्नान करने गये हीरापुर प्रोफेसर कॉलोनी गली नंबर तीन निवासी राजू कुमार दास (34) और उसका भांजा महावीर नगर बरमसिया निवासी राजू कुमार (12) मंगलवार को चिरकुंडा से सटे बराकर नदी में डूब गये. घटना पूर्वाह्न साढ़े दस बजे की है. शाम तक गोताखोर दोनों का पता नहीं […]
धनबाद/चिरकुंडा : कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्नान करने गये हीरापुर प्रोफेसर कॉलोनी गली नंबर तीन निवासी राजू कुमार दास (34) और उसका भांजा महावीर नगर बरमसिया निवासी राजू कुमार (12) मंगलवार को चिरकुंडा से सटे बराकर नदी में डूब गये. घटना पूर्वाह्न साढ़े दस बजे की है. शाम तक गोताखोर दोनों का पता नहीं लगा सके थे.
बराकर नदी हजारीबाग के पद्ममा से निकलती है और छोटानागपुर पठार के उत्तरी भाग में बहती हुई डिसरगढ़ होते हुए वर्दमान में दामोदर नदी से मिल जाती है. मामा मानस इंटरनेशनल स्कूल (हाउसिंग कॉलोनी) में वैन चलाता है, जबकि भांजा विनोद नगर स्थित केंद्रीय विद्यालय का छात्र है.
पहले बच्चा डूबा, बचाने में मामा भी हो गया लापता
राजू कुमार दास, उसका भांजा राजू व परिवार के अन्य नौ सदस्य बराकर नदी स्नान करने पहुंचे थे. नदी में हजारों की संख्या में महिला-पुरुष स्नान कर रहे थे. बराकर रेल पुल के ठीक नीचे पोल के पास पूरा परिवार स्नान करने के लिए रुका था. पोल के पास एक जगह गहराई थी और 15 फीट पानी था.
जबकि उसके अगल-बगल पानी कमर भर था. गहराई से अनिभज्ञ भांजे राजू ने पानी में छलांग मार दी. वह डूबने लगा. यह देखकर उसका मामा राजू भी नदी में कूदा. फिर दोनों का कोई पता नहीं चल सका. इधर, मामा और भाई को डूबते देख राजू के बड़े भाई सूरज राम (22) ने भी नदी में छलांग लगा दी. उसने एक बार दोनों को बाहर धकेलने की कोशिश. इस क्रम में उसे लगा कि वह भी डूब जायेगा. उसके बाद वह तैर कर किनारे आ गया. सूरज के अनुसार जिस जगह पर वे लोग पानी में उतरे थे वहां पानी उसे अंदर की ओर खींच रहा था.
परिवार का रो-रो कर बुरा हाल : पत्नी के सामने ही राजू पानी में डूब गया. यह दृश्य देखते ही उसकी पत्नी की हालत खराब हो गयी. उसका रो-रो कर बुरा हाल हो गया था. राजू की शादी 11 वर्ष पूर्व हुई थी. उसके दो बेटे 10 वर्षीय ऋषु और आठ वर्षीय हर्ष है.