धनबाद : सुपरविजन में डीएसपी ने क्लीन चिट दी, एसएसपी करा रहे जांच
पीड़ित ने डीजीपी से की थी शिकायत धनबाद : रंगदारी मामले में डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर मुकेश कुमार पर गलत जांच कर ब्राउन शुगर बेचने के मामले में दागी रहे व्यक्ति का केस खारिज करने का मामला प्रकाश में आया है. पीड़ित पक्ष कोल कारोबारी पुराना बाजार निवासी बादल गौतम ने इसकी शिकायत पुलिस महानिदेशक […]
पीड़ित ने डीजीपी से की थी शिकायत
धनबाद : रंगदारी मामले में डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर मुकेश कुमार पर गलत जांच कर ब्राउन शुगर बेचने के मामले में दागी रहे व्यक्ति का केस खारिज करने का मामला प्रकाश में आया है. पीड़ित पक्ष कोल कारोबारी पुराना बाजार निवासी बादल गौतम ने इसकी शिकायत पुलिस महानिदेशक से की है. पुलिस महानिदेशक ने इस पर एसएसपी किशोर कौशल से रिपोर्ट मांगी है. एसएसपी ने जांच का जिम्मा सिटी एसपी आर रामकुमार को दिया है.
क्या है मामला : पुराना बाजार निवासी बादल गौतम ने बैंक मोड़ थाना में कांड संख्या 47-18 के तहत जय राजगढ़िया नामक व्यक्ति पर 50 लाख रुपये रंगदारी मांगने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. केस के आइओ एएसआइ प्रभुनाथ सिंह को बनाया गया था.
मामले के सुपरविजन में डीएसपी (लॉ एंड ऑर्डर) मुकेश कुमार ने इस बात की पुष्टि नहीं होने की रिपोर्ट न्यायलय में पेश की थी. बादल गौतम का आरोप है कि जिस फोन नंबर से रंगदारी मांगी गयी थी, डीएसपी ने उस नंबर की जांच नहीं की. बल्कि उसी के दूसरे नंबर से उसके नंबर पर फोन कर केस को झूठा साबित किया. बादल गौतम ने आरोप लगाया है कि इसके बदले डीएसपी ने आरोपी पक्ष से पैसे लिए हैं.
विशेष शाखा भी दे चुकी है रिपोर्ट : जय राजगढ़िया ब्राउन शुगर का स्मगलर रह चुका है, इसकी पुष्टि पूर्व में विशेष शाखा ने की है. रिपोर्ट में लिखा गया था कि जय राजगढ़िया अंतरराज्यीय ब्राउन शुगर का स्मगलर है.
कतरास में वह पांच किलो ब्राउन शुगर के साथ पकड़ाया था. जिसमें कांड संख्या 237-15 दर्ज किया गया था. इसके अलावा बिहार के जमुई के चकाई थाना में कांड संख्या 78-13 के तहत एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज किया गया था. विशेष शाखा की रिपोर्ट के अनुसार बादल गौतम के मित्र राजन सिंह की चुन्नू सिंह उर्फ नवीन सिंह ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. जय राजगढ़िया उसका ही सहयोगी रहा है.