भाजपा को गढ़ बचाने की होगी चुनौती
चौथे चरण में 16 दिसंबर को राज्य की 15 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है. 47 लाख 76 हजार 135 मतदाता 221 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. देश की कोयला राजधानी धनबाद की छह सीटों में से चार धनबाद, झरिया, बाघमारा, सिंंदरी पर भाजपा का कब्जा है. टुंडी में तब के उसकी सहयोगी आजसू […]
चौथे चरण में 16 दिसंबर को राज्य की 15 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है. 47 लाख 76 हजार 135 मतदाता 221 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. देश की कोयला राजधानी धनबाद की छह सीटों में से चार धनबाद, झरिया, बाघमारा, सिंंदरी पर भाजपा का कब्जा है. टुंडी में तब के उसकी सहयोगी आजसू ने विजय हासिल की थी. निरसा में लाल झंडा ने परचम लहराया था. इस बार भाजपा को अपना गढ़ बचाने की चुनौती होगी.
धनबाद चिर प्रतिद्वंद्वी तीसरी बार मैदान में ठोंक रहे हैं ताल
धनबाद विधानसभा सीट से 22 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. यहां एक बार फिर भाजपा से वर्तमान विधायक राज सिन्हा चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने पूर्व मंत्री मो मन्नान मल्लिक पर पुन: विश्वास जताया है. दोनों की सियासी जंग बेहद दिलचस्प बन पड़ी है. दोनों नेता लगातार तीसरी बार एक-दूसरे के मुकाबले में आमने-सामने हैं. पहले के दो मुकाबलाें में परिणाम बराबरी का रहा है. यहां दोनों ही दलों ने विकास को चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश की है. हालांकि स्थानीय मुद्दों को बहुत तरजीह नहीं मिली. दोनों दलों के स्टार प्रचारकों ने यहां जम कर पसीना बहाया. होर्डिंग वार भी खूब हुआ. यहां के मतदाता काफी खामोश हैं. धनबाद सीट पर पुन: भाजपा एवं कांग्रेस के बीच सीधे मुकाबले की संभावना बनती दिख रही है. हालांकि, यहां जेवीएम के सरोज सिंह, लोजपा के विकास रंजन मुकाबला को चतुष्कोणीय बनाने में लगे हैं. आजसू के कैप्टन प्रदीप मोहन सहाय भी चुनाव मैदान में हैं.
पुरुष वोटर2,33,940