दो शेल कंपनियों ने की 3.10 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी, एफआइआर

धनबाद : शेल (फर्जी) कंपनी बना कर करोड़ों की जीएसटी चोरी का मामला रूक नहीं रहा है. 11 शेल कंपनियों पर एफआइआर के बाद गोविंदपुर थाना में दो और शेल कंपनी शर्मा एंड संस व आरके इंटरप्राइजेज के खिलाफ जीएसटी चोरी का मामला दर्ज किया गया है. दोनों कंपनियों ने मिल कर 3.10 करोड़ का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2019 3:09 AM

धनबाद : शेल (फर्जी) कंपनी बना कर करोड़ों की जीएसटी चोरी का मामला रूक नहीं रहा है. 11 शेल कंपनियों पर एफआइआर के बाद गोविंदपुर थाना में दो और शेल कंपनी शर्मा एंड संस व आरके इंटरप्राइजेज के खिलाफ जीएसटी चोरी का मामला दर्ज किया गया है. दोनों कंपनियों ने मिल कर 3.10 करोड़ का कोयला बेचा.

इस दौरान न तो टैक्स जमा किया और न ही आयकर रिटर्न फाइल की. जांच की गयी, तो शेल कपनियों का न तो स्पॉट मिला और न ही प्रोपराइटर. इन दोनों कंपनियों पर इ-वे बिल जेनरेट कर दो नंबर का कोयला बेचने और टैक्स नहीं चुकाने का मामला दर्ज किया गया है.

क्या है मामला : शर्मा एंड संस के संचालक मनोज पांडेय व आरके इंटरप्राइजेज के संचालक रवि कुमार ने वर्ष 2018 में कोयले का कारोबार करने के लिए जीएसटी का रजिस्ट्रेशन लिया. वर्ष 2018-19 के बीच आरके इंटरप्राइजेज ने तीन करोड़ सात लाख व शर्मा एंड संस ने तीन लाख 97 हजार के ई-वे बिल पर कोयला बेचा.
दोनों कंपनियों द्वारा रिटर्न फाइल नहीं किये जाने पर इसकी जांच शुरू हुई. दोनों शेल कंपनियों ने गोविंदपुर का पता दिया था. जांच की गयी, तो न तो स्पॉट मिला और न ही कंपनी का प्रोपराइटर. जांच रिपोर्ट के आधार पर गोविंदपुर थाना में दोनों शेल कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
कैसे होता है खेल : दो नंबर का कारोबार करनेवाले किंगपिन अपने अधीनस्थ स्टाफ, नौकर या अन्य व्यक्ति के नाम से फेक रेंट एग्रीमेंट एवं पैन नंबर से फर्जी कंपनी बनाकर ऑन लाइन निबंधन करा लेते हैं. घर बैठे साल, छह माह में करोड़ों का ई-वे बिल जेनेरेट कर दो नंबर का कोयला दूसरे राज्य में भेज देते हैं. कंपनियों द्वारा आय कर रिटर्न फाइल नहीं करने पर जब जांच शुरू होती है तो फर्जीवाड़ा का मामला सामने आता है.

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