सिंदरी विधान सभा क्षेत्र में में भाजपा की बादशाहत बरकरार रही. भाजपा प्रत्याशी इंद्रजीत महतो को 80967 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी मासस प्रत्याशी आनंद महतो को 72714 वोट मिले. आठ हजार 253 वोटों के अंदर से मासस प्रत्याशी आनंद महतो हार गये. आनंद महतो को लगातार पांचवीं हार का सामना करना पड़ा. वर्तमान विधायक झामुमो प्रत्याशी फूलचंद मंडल तीसरे नंबर पर रहे. उन्हें 33 हजार 583 वोट मिले. सिंदरी विधानसभा में कुल 16 प्रत्याशी थे. दो लाख 27 हजार 567 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. 1816 लोगों ने किसी भी उम्मीदवार को अपना योग्य नहीं समझा और नोटा में वोट किया. बाजार समिति प्रांगण में सोमवार को सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हुई.
Advertisement
सिंदरी विधानसभा: भाजपा ने कायम रखा दबदबा, ये हैं जीत के तीन कारण
सिंदरी विधान सभा क्षेत्र में में भाजपा की बादशाहत बरकरार रही. भाजपा प्रत्याशी इंद्रजीत महतो को 80967 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी मासस प्रत्याशी आनंद महतो को 72714 वोट मिले. आठ हजार 253 वोटों के अंदर से मासस प्रत्याशी आनंद महतो हार गये. आनंद महतो को लगातार पांचवीं हार का सामना करना पड़ा. वर्तमान विधायक […]
सुबह नौ बजे के आसपास पहले राउंड का रुझान आया. पहले राउंड से ही भाजपा प्रत्याशी इंद्रजीत महतो ने बढ़त बना ली. आठवें राउंड तक इंद्रजीत महतो आगे रहे. पहले राउंड में इंद्रजीत महतो को 3210 वोट, झामुमो के फूलचंद मंडल को 2797 व तीसरे नंबर पर मासस प्रत्याशी आनंद महतो को 2478 वोट मिले. पहले राउंड से लेकर आठवें राउंड तक भाजपा प्रत्याशी इंद्रजीत महतो लगातार बढ़त बनाये रखा. वोटों की मार्जिन अधिक होने के कारण कुछ राउंड में पीछे रहने के बावजूद इंद्रजीत महतो सबसे आगे रहे. नौवें राउंड में मासस प्रत्याशी आनंद महतो को भाजपा प्रत्याशी इंद्रजीत महतो से 2162 वोट अधिक मिले. दसवें राउंड में भी मासस प्रत्याशी आनंद महतो को 324 वोट अधिक मिले.नौवें व 10 वें राउंड में मासस को अधिक वोट मिलने की घोषणा हुई. 11 से लेकर 15 वें राउंड में मासस प्रत्याशी आनंद महतो ने लगातार बढ़त ली. लेकिन 16वें राउंड में इंद्रजीत महतो को 4901 तो आनंद महतो को 2185 वोट मिले. 17वें राउंड में फिर मासस प्रत्याशी आनंद महतो को 4548 व भाजपा प्रत्याशी इंद्रजीत महतो को 4246 वोट मिले. 18 व 19 वें राउंड में भाजपा प्रत्याशी इंद्रजीत महतो को मासस प्रत्याशी आनंद महतो से अधिक वोट मिले.
झलकियां
भाजपा प्रत्याशी इंद्रजीत महतो सुबह उठकर सबसे पहले पहाड़पुर स्थित शिव मंदिर पहुंचे, पत्नी तारा देवी के साथ एक घंटे तक पूजा अर्चना की.
मासस प्रत्याशी आनंद महतो सब्जी बागान पहुंचे और पौधे में पानी डाला. इसके बाद केंदुआटांड़ स्थित कार्यालय पहुंचे
अपराह्न दो बजे भाजपा प्रत्याशी इंद्रजीत महतो मतगणना स्थल पहुंचे, कार्यकर्ताओं से मिले और हाल-चाल लिया.
झामुमो प्रत्याशी फूलचंद मंडल मतगणना स्थल नहीं पहुंचे, बेटा धरनीधर ने संभाल रखा था मोरचा
मासस प्रत्याशी आनंद महतो भी नहीं पहुंचे मतगणना स्थल, कार्यकर्ता संभाल रहे थे मोरचा
पहले राउंड की घोषणा सुबह लगभग नौ बजे हुई. भाजपा खेमे में लगने लगे जय श्रीराम के नारे
आठवें राउंड तक जब भी बढ़त की घोषणा होती थी, भाजपा के खेमे लगते रहे नारे
9 वे राउंड में मासस प्रत्याशी ने बढ़त ली. फिर क्या था कार्यकर्ता उछल पड़े
16वें राउंड से भाजपा खेमे में जय श्रीराम का लगता रहा नारा
फूलचंद मंडल भी नहीं बचा पाये अपनी जमानत
सिंदरी में मात्र मासस प्रत्याशी आनंद महतो ही अपनी जमानत बचा पाये. लेकिन जमानत के लिए जरूरी कुल मतों का 16.66 प्रतिशत लाने में सीटिंग विधायक फूलचंद मंडल विफल रहे. बतौर झामुमो प्रत्याशी उन्होंने 33583 मत ही लाया, जबकि उन्हें जमानत बचाने के लिए कम से कम 37912 वोट लाना चाहिए था. उनके साथ ही आजसू प्रत्याशी सदानंद महतो उर्फ मंटू महतो समेत अन्य 14 प्रत्याशी भी जमानत गंवा बैठे. आजसू प्रत्याशी को 12502 व झाविमो प्रत्याशी को मात्र 7636 वोट मिले.
जनता के विश्वास की जीत : इंद्रजीत महतो
सिंदरी विधान सभा क्षेत्र के विजयी उम्मीदवार इंद्रजीत महतो ने कहा कि यह जनता के विश्वास की जीत है. जनता ने ईमानदारी व मेहनत का फल दिया है. जिला परिषद् सदस्य रह कर सेवा की. इसके बाद पार्टी ने बीस सूत्री का उपाध्यक्ष बनाया. उपाध्यक्ष रहकर ईमानदारी से काम किया. सिंदरी की जनता ने मुझे मौका दिया है. ईमानदारी के साथ काम करूंगा. हर मजदूर को काम देने का प्रयास करूंगा. किसानों के खेतों में उचित सिंचाई की व्यवस्था करने का प्रयास करूंगा. व्यवसायियों की समस्या का निदान करूंगा.
सांप्रदायिक ध्रुवीकरण हार का कारण : आनंद महतो
मासस प्रत्याशी आनंद महतो ने कहा कि सरकारी योजनाओं के कारण महिला वोटरों का झुकाव भाजपा सरकार की ओर था. महिला मतदाताओं को धमकी दी गयी कि भाजपा को वोट नहीं दिया तो शौचालय, पीएम आवास की अगली किस्त या गैस चूल्हा नहीं दिया जायेगा. झामुमो प्रत्याशी का खड़ा होना भी हार का कारण रहा. भाजपा विरोधी मतों काे समेटने में विफल रहे. क्षेत्र में सांप्रदायिक फिलिंग करायी गयी. फिर भी, जिन कार्यकर्ताओं ने मेहनत की, लगन के साथ काम किया, उन सभी साथियों, सभी वर्ग के लोगों के प्रति आभार जताता हूं. अन्याय के खिलाफ बराबर संघर्ष किया. इसी सिलसिले में राजनीति में आया, जनता के हर संघर्ष में साथ रहता हूं और रहूंगा.
भाजपा की जीत के तीन कारण
मोदी सरकार की योजनाओं जैसे शौचालय, गैस व पीएम आवास के कारण महिला वोटरों का झुकाव .
युवा एवं नये प्रत्याशी के कारण कोई निगेटिव पक्ष नहीं होना. भितरघातियों को को समेटने में सफल.
मृदुभाषी होना व बलियापुर की जिला परिषद् सीट पर एक बार पत्नी और दूसरी बार खुद का जीतना.
मासस की हार के तीन कारण
कोई स्टार प्रचारक का नहीं होना. चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं को आर्थिक कमी झेलना.
परंपरागत कुड़मी जाति के मतों में आजसू और भाजपा की सेंधमारी, महागठबंधन का हिस्सा नहीं बन पाना.
अल्पसंख्यकों का मासस की ओर झुकाव से प्रतिक्रिया में बहुसंख्यक मतों का भाजपा की ओर ध्रुवीकरण होना.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement