हिमालय की सर्द हवाओं से कंपकंपी
धनबाद : हिमालय की ओर से आ रही सर्द हवाओं के कारण पूरे झारखंड के साथ धनबाद भी कांप रहा है. पूरा कोयलांचल शीतलहर की चपेट में है. शुक्रवार के मुकाबले शनिवार को हवाओं की रफ्तार थोड़ी कम थी, लेकिन कम तापमान लोगों को दिन में भी ठिठुरने को मजबूर कर दे रहा था. धूप […]
धनबाद : हिमालय की ओर से आ रही सर्द हवाओं के कारण पूरे झारखंड के साथ धनबाद भी कांप रहा है. पूरा कोयलांचल शीतलहर की चपेट में है. शुक्रवार के मुकाबले शनिवार को हवाओं की रफ्तार थोड़ी कम थी, लेकिन कम तापमान लोगों को दिन में भी ठिठुरने को मजबूर कर दे रहा था.
धूप थी, लेकिन वह सर्द हवाओं का कहर नहीं रोक पा रही थी. घर से बाहर निकलने वाले लोग स्वेटर, कोट, जैकेट, टोपी व मफलर लपेटे दिखे. वहीं शाम होते ही लोग घरों के अंदर दुबककर हीटर व ब्लोअर की गर्मी से राहत लेते दिखे. इस ठंड ने बुजुर्गों, बच्चों और फुटपाथ पर रहने वालों लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. ठंड की वजह से आम दिनों के मुकाबले शाम ढलते ही बाजारों में रौनक कम हो जा रही है.
क्यों बढ़ी कनकनी : मौसम विभाग के अनुसार अभी पूरा झारखंड हिमालय से आ रही बर्फीली हवाओं के प्रभाव में है. इससे शीतलहर चल रही है. धनबाद में दिन में 10 से 12 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सर्द हवाएं चल रही हैं. जबकि शाम होते ही इन हवाओं की रफ्तार बढ़कर 14 से 15 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जा रही हैं.
31 दिसंबर तक दिनों तक शीतलहर चलने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार शनिवार दिन का अधिकतम तापमान 19 डिग्री रहा. वही रात में न्यूनतम तापमान गिरकर सात डिग्री तक पहुंच गया. अपने पूर्वानुमान में मविभाग ने बताया कि आगामी तीन दिनों तक तापमान रात में सात डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा.
बुजुर्गों और बच्चों को हिफाजत से रखें
शहर के फिजिशियन डॉ. एसके सिंह कहते हैं कि ठंड बढ़ने के साथ ही बच्चों व बुजुर्गों की खास देखभाल की जरूरत होती है. उनके प्रति किसी तरह की असावधानी न बरतें. उन्हें गर्म कपड़ों में ढांपकर रखे. गर्म पानी का प्रयोग करें.
गर्म कपड़े पहनकर ही बाहर निकलें. बुजुर्गों को ठंड में बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए. बुजुर्ग और बच्चों को जरूरी नहीं हो तो बाहर नहीं निकलने दें. हालांकि ठंड से सभी को बच कर रहना चाहिए. बाहर निकलने से पहले पूरे शरीर को ढंक लें.
सरकारी अलाव की व्यवस्था नहीं
इस कड़कड़ाती ठंड के बाद भी जिला प्रशासन या नगर निगम की ओर से अब तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. हालांकि कुछ इलाकों में जिला प्रशासन की ओर कंबल का वितरण अवश्य किया जा रहा है.