धनबाद :फिजां में सौंधी खुशबू, तिलकुट बाजार में रौनक

मकर संक्रांति को ले गुलजार हुआ बाजार, कम सुगर का तिलकुट भी आया धनबाद : 14-15 जनवरी को मकर संक्रांति है. लिहाजा तिलकुट का बाजार सज-धज कर तैयार हो गया है. सुगर के मरीजों को ध्यान में रखते हुए कम चीनी का तिलकुट भी बाजार में उतारा गया है. इसकी कीमत थोड़ी अधिक है. ऐसे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2020 9:48 AM
मकर संक्रांति को ले गुलजार हुआ बाजार, कम सुगर का तिलकुट भी आया
धनबाद : 14-15 जनवरी को मकर संक्रांति है. लिहाजा तिलकुट का बाजार सज-धज कर तैयार हो गया है. सुगर के मरीजों को ध्यान में रखते हुए कम चीनी का तिलकुट भी बाजार में उतारा गया है. इसकी कीमत थोड़ी अधिक है.
ऐसे तिलकुट की कीमत 340-400 रुपये किलो तक है. पिछले साल से इस बार तिलकुट में हल्की उछाल है. रविवार को तिलकुट का बाजार गर्म रहा. चीनी व गुड़ की अलग-अलग वेराइटी का तिलकुट बाजार में उपलब्ध है. खोआ का तिलकुट बाजार में 280 से 300 रुपये किलो है, जबकि ब्रांडेड दुकानों में इसकी कीमत 350-400 रुपये किलो है. गुड़ का तिलकुल 240 से लेकर 270 रुपये किलो है. गजक व रेवड़ी भी बाजार में उपलब्ध है. तिलकुट के अलावा तिल, चूड़ा व मूड़ी की लाई भी बाजार में उपलब्ध है. इधर, चूड़ा व गुड़ का बाजार गरम रहा. साधारण चूड़ा 36 रुपये, कतरनी चूड़ा 60 रुपये, गोविंदभोग चूड़ा 80 से 100 रुपये किलो है. गुड़ 40 से 50 रुपये किलो है. जबकि खजूर गुड़ 70 से 80 रुपये किलो है. तिल 200 से 220 रुपये किलो है.
कीमत पर एक नजर
तिलकुल (चीनी)- 200-230 रुपये प्रति किलो
तिलकुुट(गुड़) – 240-270 रुपये किलो
लो सुगर तिलकुट – 340-350 रुपये किलो
खोआ तिलकुट – 350-400 रुपये किलो
साधारण चूड़ा – 36-38 रुपये किलो
कतरनी चूड़ा – 60-70 रुपये किलो
गोविंद भोग चूड़ा- 80-100 रुपये किलो
गुड़ – 40-50 रुपये किलो
खजूर गुड़- 70-80 रुपये किलो
गजक – 350-400 रुपये किलो
डेयरी तैयार, दूध-दही की नहीं होगी दिक्कत
मकर संक्रांति को लेकर दूध का बाजार रविवार को गुलजार रहा. अगले दो दिनों में लगभग पांच लाख लीटर दूध की बुकिंग है. सुधा व अमूल दूध ऑन डिमांड है. ताजा, मेधा, ओसन, अनमोल, रेड काऊ व डेयरी फ्रेस ब्रांड की भी डिमांड है. सुधा के एरिया मैनेजर श्रीरंग सिंह की मानें तो आम तौर पर प्रतिदिन 40 हजार लीटर सुधा ब्रांड की खपत होती है. मकर संक्रांति को लेकर इसकी खपत तीन गुणा से अधिक हो जाता है. 11 जनवरी को 70-80 हजार, 12 जनवरी को लगभग एक लाख लीटर दूध बिका. 13 जनवरी को भी लगभग एक लाख लीटर की बुकिंग है.
दही की भी अच्छी डिमांड थी. पांच से छह लाख की दही मंगायी गयी है. इधर, अमूल के वितरक एसबी सिंह की मानें तो तीन दिनों में लगभग दो लाख लीटर दूध की खपत होगी. ऐसे रोजाना लगभग 22 हजार लीटर अमूल दूध की खपत है. दही की भी अच्छी डिमांड है. मंगलवार से दही की बिक्री में तेजी आयेगी. मेधा, मस्त, ताजा, ओसन, अनमोल, रेड काऊ व डेयरी फ्रेस आदि ब्रांड मिलाकर रविवार को लगभग 70 हजार से अधिक लीटर दूध की बिक्री होेने का अनुमान है.
खटाल में मनमानी कीमत : मकर संक्रांति को लेकर खटाल में मनमानी कीमत वसूली जा रही है. दूध की कमी बता ग्राहकों से अधिक पैसे मांगे जा रहे हैं़ शहर के प्राय: सभी खटालों में ऐसी शिकायत मिल रही है. गाय के दूध की वैसी डिमांड नहीं है. लेकिन भैंस के दूध की जबरदस्त डिमांड है. यहां तक कि भैंस का दूध 60 रुपये किलो बिक जा रहा है.
मोदी, डोरेमल, भीम के नाम की पतंग
मकर संक्रांति को लेकर पतंग, धागा व लटाई का बाजार गुलजार हो गया है. इस बार चाइनिज धागा आउट ऑफ मार्केट है. देसी धागा की खूब डिमांड है.
15 से लेकर 30 रुपये प्रति दस ग्राम धागा बिक रहा है. दूसरी ओर मोदी, कार्टून करेक्टर डोरेमल, भीम की फोटो वाली पतंग बाजा में उपलब्ध है. बाजार में 5 रुपये से लेकर 200 रुपये तक की पतंग बिक रही है. हालांकि रविवार को दुकानों में उतनी भीड़ नहीं थी. दुकानदारों का कहना है कि सोमवार से दुकानों में भीड़ होने लगेगी.

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