बाघमारा (धनबाद) : एक बेरहम मां ने अपने 18 साल के बेटे को बेदर्दी से मार डाला. बुधवार की रात 10 बजे युवक गंभीरावस्था में बाघमारा के बिलासपुरिया धौड़ा के पास झाड़ियों में पड़ा मिला था. उस पर धारदार हथियार से हमला किया गया था. जब पुलिस घटना की जांच में जुटी, तो हैरत में डालनेवाला मामला सामने आया.
पता चला कि युवक की मां ने पहले उसे खाने में जहर दिया. बेहोश होने पर जंगल में ले जाकर उसकी गर्दन रेत दी. हत्याकांड में दो और महिलाएं तथा पुरुष शामिल हैं. मृत युवक कृष्णा सिंह की बड़ी बहन ने अपनी मां और उसकी दो महिला सहयोगियों माला देवी एवं सरस्वती देवी (मां नहीं) के खिलाफ बाघमारा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस ने बताया कि बुधवार की दोपहर दो बजे बिलासपुरिया धौड़ा में रहने वाली सरस्वती देवी ने अपने बेटे कृष्णा सिंह को अंडा-भात परोसा.
उसने खाने में जहर मिला दिया था. खाना खाने के बाद कृष्णा की हालत बिगड़ गयी. उसने अपने दोस्तों को फोन कर बुलाया. दोस्त उसे झाड़-फूंक कराने के लिए बाघमारा मस्जिद में एक मौलवी के पास ले गये.
हालत में सुधार नहीं होने पर कृष्णा ने महुदा के जामडीहा में रहने वाली अपनी बड़ी बहन सीमा देवी को फोन पर तबीयत की जानकारी दी. सीमा ने इस बारे में मां से पूछताछ की, तो उसे संदेह हुआ. वह अपनी गोतिनी सुमन देवी के साथ शाम लगभग सात बजे भीमकनाली पहुंची. यहां क्वार्टर पर ताला लटका था. वह कृष्णा के दोस्तों और अन्य लोगों के साथ उसे खोजने में जुट गयी. रात 10 बजे घर से 100 गज की दूरी पर जंगल में कृष्णा खून से लथपथ मिला.
वह अधमरी अवस्था में था. गर्दन के पीछे धारदार हथियार से वार किया गया था. चेहरे पर भी चोट के निशान थे. इसी बीच घटनास्थल से कुछ दूरी पर कृष्णा की मां दो महिलाओं के साथ भागते दिखी. बेटे के घायल होने की सूचना पर कृष्णा के पिता नागेश्वर सिंह भी वहां आ गये. उसे इलाज के लिए बाघमारा सीएचसी ले जाया गया. प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया. वहां से डॉक्टर ने रिम्स रेफर कर दिया. रांची ले जाने के दौरान कृष्णा ने रास्ते में दम तोड़ दिया.
डीएसपी ने की घटनास्थल की जांच
मृत्यु के बाद परिजन शव लेकर रास्ते से लौट आये. यहां बाघमारा पुलिस ने शव का पंचनामा बना पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया. सीमा देवी ने अपनी मां सरस्वती देवी, उसकी सहेली माला देवी एवं सरस्वती देवी के खिलाफ भाई की धारदार हथियार से हमला कर हत्या करने का आरोप लगा प्राथमिकी दर्ज करायी है.
तीनों के विरुद्ध कांड संख्या-16/20 पर भादंवि की धारा 302, 201 एवं 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है. डीएसपी नितिन खंडेलवाल एवं इंस्पेक्टर रासबिहारी लाल गुरुवार को थाना पहुंचे और मृतक के पिता, बहन एवं बड़े भाई संतोष सिंह से पूछताछ की.
डीएसपी थाना प्रभारी संतोष झा के साथ घटनास्थल पर गये और छानबीन की. पुलिस ने खून सनी मिट्टी, पत्ता व लकड़ी आदि बरामद किया है. डीएसपी ने आसपास के लोगों से आरोपी मां के बारे में पूछताछ की. पुलिस ने दो महिलाओं को हिरासत में लिया है. मृतक की मां की तलाश चल रही है.
पत्नी के अवैध संबंधों के चलते पति ने छोड़ा साथ
सरस्वती देवी के पति नागेश्वर सिंह ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी का अवैध संबंध एक युवक से है. चाल-चलन देख उसने साल 2006 में उसका साथ छोड़ दिया था और अपने दो बच्चों को लेकर पैतृक गांव महुदा के जामडीहा चला गया था. छोटा बेटा कृष्णा मां के साथ भीमकनाली में रहता था. सरस्वती देवी हरिणा कॉलोनी में लोगों के घरों में चौका-बर्तन करती है. नागेश्वर चालक है. कृष्णा अपने पिता व भाई-बहन से मिलने अक्सर आता-जाता था.
उनसे मिलना सरस्वती को पसंद नहीं था. शायद यही वजह है कि वह कृष्णा से नाराज चल रही थी. नागेश्वर ने बताया कि दो दिन के बाद कृष्णा अपनी मां को छोड़ कर अपने बहनोई के साथ मुंबई काम करने जाने वाला था. उसके घर छोड़ कर जाने की बात पर सरस्वती काफी गुस्से में थी.