गाड़ी दो या पौने पांच करोड़ लौटाओ
धनबाद: ए टू जेड की सिक्यूरिटी मनी जब्त करने के बाद अब निगम ने अपनी गाड़ी वापस लेने की कवायद शुरू कर दी है. मंगलवार को नगर निगम ने ए टू जेड को नोटिस जारी किया है. नोटिस में स्पष्ट कहा गया है कि एमवीआइ करा कर गाड़ी वापस करें या पौने चार करोड़ रुपये […]
धनबाद: ए टू जेड की सिक्यूरिटी मनी जब्त करने के बाद अब निगम ने अपनी गाड़ी वापस लेने की कवायद शुरू कर दी है. मंगलवार को नगर निगम ने ए टू जेड को नोटिस जारी किया है. नोटिस में स्पष्ट कहा गया है कि एमवीआइ करा कर गाड़ी वापस करें या पौने चार करोड़ रुपये लौटायें. नगर आयुक्त एके बंका ने कहा कि सफाई में गाड़ी की समस्या आ रही है. फिलवक्त निगम के पास मात्र तीन ट्रैक्टर है.
जबकि ए टू जेड के पास निगम की साठ गाड़ियां हैं. ए टू जेड को इसके पूर्व चार नोटिस भेजा जा चुका है. बावजूद इसके ए टू जेड गाड़ी नहीं लौटा रहा है. अगर जल्द से जल्द गाड़ी नहीं लौटाया गया तो कोर्ट में रिट याचिका दायर की जायेगी. उन्होंने कहा कि ए टू जेड को गाड़ी खरीदने के लिए निगम की ओर से 4.75 करोड़ रुपया दिया गया था. ए टू जेड ने साठ गाड़ी खरीदी. लेकिन कहां से गाड़ी खरीदी और किसके नाम से खरीदी इसकी जानकारी निगम को नहीं दी. जनवरी से ए टू जेड ने काम छोड़ दिया. लेकिन ए टू जेड गाड़ी नहीं लौटाया.
अपील में गया ए टू जेड
सिक्यूरिटी मनी जब्त किये जाने के खिलाफ ए टू जेड ने हाइ कोर्ट में अपील किया है. डिप्टी नगर आयुक्त सिद्धार्थ शंकर चौधरी ने बताया कि लोअर कोर्ट में ए टू जेड हार चुका है. हाइ कोर्ट में रिट याचिका दायर की थी. हाइकोर्ट में भी ए टू जेड को मुंह की खानी पड़ी. अब ए टू जेड ने लोअर कोर्ट के जजमेंट के खिलाफ हाइकोर्ट में अपील किया है.
ट्रैक्टर, पे-लोडर व डस्टबीन के लिए निगम ने निकाला टेंडर
नगर निगम ने वार्ड स्तर पर सफाई का जो वादा किया था. उसके अंतर्गत कार्रवाई शुरू कर दी है. मंगलवार को 50 ट्रैक्टर, 2 पे-लोडर, 5 जेसीबी, 100 डस्टबीन आदि के लिए टेंडर निकाला है. 23 अगस्त तक निविदा देने की अंतिम तिथि रखी गयी है. उसी दिन निविदा खोली जायेगी. संस्था या विभाग में काली सूची में दर्ज एजेंसी निविदा में भाग नहीं लेंगे.