धनबाद: शहरियों को बिजली संकट से उबारने के लिए ऊर्जा विभाग के मुख्य अभियंता सह महाप्रबंधक धनेश झा ने मंगलवार को डीसी से गुहार लगायी. उन्होंने कहा कि डीवीसी बार-बार शेडिंग कर रहा है. इससे लोगों को पानी-बिजली नहीं मिल रहा है.
डीसी ने एडीएम (विधि-व्यवस्था) बीपीएल दास को तुरंत डीवीसी से बात करने का निर्देश दिया. जीएम ने बताया कि बताया कि पिछले एक सप्ताह से लगातार डीवीसी शेडिंग कर रहा है. पहले उन्होंने अपने स्तर पर डीवीसी से बात की. लेकिन निर्बाध पावर मिलना शुरू नहीं हुआ. ऐसे में विधि-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका को देखते हुए उन्होंने डीसी से दूरभाष पर बात की. डीसी ने एडीएम को डीवीसी से बात करने को कहा. एडीएम के कहने पर दो घंटे तक तो बिजली मिली, लेकिन फिर 11 बजे से 4 बजे तक मेंटेनेंस के नाम पर शट डाउन किये रहा.
मेंटेनेंस में मनमानी
पहले डीवीसी ने घोषणा कर रखी थी कि गोधर वन एवं टू फीडर में कुछ उपकरण लगाने के लिए मंगलवार को सुबह साढ़े नौ बजे से दिन के डेढ़ बजे तक शेडिंग की जायेगी. लेकिन सुबह साढ़े छह बजे से साढ़ेआठ बजे तक शेडिंग कर दी. इससे लोगों को परेशानी हुई. बाद में 11 बजे से चार बजे तक शेडिंग की गयी.
उत्पादन में सुधार नहीं
डीवीसी का कहना है कि उत्पादन में सुधार नहीं होने के कारण दो से तीन बार शेडिंग करनी पड़ रही है. अभी 24 घंटे में पांच से छह घंटे तक शेडिंग करनी पड़ रही है. वैसे आमतौर पर 20 घंटे लाइन देने की कोशिश की जा रही है. बताया कि प्रतिदिन 32 सौ मेगावाट की जगह अभी भी 22 मेगावाट ही बिजली मिल रही है. ऊर्जा विभाग का कहना है कि डीवीसी के यहां सचमुच संकट है लेकिन कटौती करने के अलावा मेंटेनेंस के नाम पर भी बिजली काट ली जा रही है.
क्या कहना है डीवीसी का
डीवीसी के अधीक्षण अभियंता विवेक रस्तोगी ने बताया कि जेनरेशन कम होने की वजह से सुबह में शेडिंग कर दी गयी थी. बाद में साढ़े नौ बजे के बदले11 बजे से चार बजे तक शेडिंग की गयी. नये उपकरण लगाने थे. सभी पुराने उपकरण बदल दिये गये हैं. उन्होंने बताया कि एडीएम लॉ एंड ऑर्डर श्री दास से आज बातचीत हुई . उन्होंने सुबह में शेडिंग नहीं करने की बात कही है. श्री रस्तोगी ने उन्हें आश्वस्त किया कि वे इस बात को अपने वरीय पदाधिकारी सीएलडी तक पहुंचा देंगे.