धनबाद: कोयले के संकट के कारण डीवीसी का उत्पादन अभी भी कम है, इसकी कई यूनिटें बंद हैं. डीवीसी के चीफ इंजीनियर (सीएलडी) एस पान ने साफ तौर पर कहा कि कोयले की कमी के कारण उत्पादन नहीं हो रहा है. भारत सरकार का साफ निर्देश है कि अपना बकाया वसूलें और कोल इंडिया को बकाया चुकायें, तभी कोयला मिलेगा. ऐसे में जब तक उनका पैसा नहीं मिलेगा तो कोयला नहीं मिलेगा. और जब कोयला ही नहीं रहेगा तो बिजली का उत्पादन कैसे होगा.
जेनरेशन नहीं तो आपूर्ति कहां से होगी : उन्होंने कहा कि जब जेनरेशन ही नहीं होगा तो आपूर्ति कहां से होगी. उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में झारखंड सरकार से बकाया पैसे आने की संभावना है. इसके बाद कोयला मिलेगा, तभी उत्पादन शुरू होने पर बिजली आपूर्ति सामान्य होगी. पिछले एक पखवारे से जारी बिजली संकट से निजात दिलाने के लिए ऊर्जा विभाग के महाप्रबंधक धनेश झा की गुहार पर श्री पान का यह जवाब बड़ा ही निराशाजनक था. जीएम श्री झा के साथ अधीक्षण अभियंता राम उद्गार महतो, कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार भी श्री पान से मिलने गये थे.
प्रभारी उपायुक्त ने एसइ से की बात : इधर प्रभारी डीसी सह एडीएम (विधि-व्यवस्था) बीपीएल दास ने डीवीसी, पुटकी के अधीक्षण अभियंता विवेक रस्तोगी से सुबह में लोड शेडिंग नहीं करने को कहा. सीएलडी के संज्ञान में उक्त बातें दे दी गयीं. श्री दास ने बताया कि सुबह में अब डीवीसी लोडशेडिंग नहीं करेगी.
अभी मिल रहा 21 सौ मेगावाट : डीवीसी के एसइ श्री रस्तोगी ने बताया कि 32 सौ मेगावाट की जगह अभी सिर्फ 21 सौ मेगावाट ही बिजली मिल रही है. ऐसे में बिजली आपूर्ति सामान्य होना मुश्किल है. बताया कि अभी 30 से 50 फीसदी तक कटौती करके बिजली दी जा रही. आम उपभोक्ताओं को दिक्कत नहीं हो इसके लिए 30 फीसदी कटौती की गयी है. दो से तीन बार ही लोडशेडिंग की जा रही, जबकि छोटे एवं मझोले उद्योगों को 12 घंटे ही बिजली दी जा रही है. रोटेशन के आधार पर बिजली आपूर्ति की जा रही है.
कर्मचारी एवं अधिकारी कोप के शिकार : इधर ऊर्जा विभाग के जीएम श्री झा ने कहा कि बिजली संकट के कारण लोग धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. लोगों को पानी भी नहीं मिल पा रहा है. फलत: ऊर्जा विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारी कोप के शिकार हो रहे हैं. धनबाद एवं बोकारो दोनों जगहों पर जबरदस्त बिजली संकट है.
आठ से 12 घंटे तक नहीं मिल रही बिजली : शहर में अभी आठ से 10 घंटे बिजली नहीं रह पाती है. धैया एवं हीरापुर क्षेत्र में सुबह नौ बजे गयी 11.30 बजे लौटी, एक बजे फिर कटी सो तीन बजे आयी. शाम में भी रह – रह कर बिजली का आना जाना लगा रहा. लोग बेदम होने लगे हैं.
रांची तलब किये गये डीवीसी के अधिकारी : पिछले कुछ दिनों से लगातार जारी बिजली संकट से निजात के लिए डीवीसी कोलकाता के वरीय अधिकारियों को रांची तलब किया गया है. उनलोगों की राज्य सरकार से बातचीत हो रही है.