सिंफर के वैज्ञानिक के साथ धोखाधड़ी
धनबाद: सिंफर के वरिष्ठ वैज्ञानिक तेज बहादुर सिंह के साथ इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर 28 हजार रुपये की ठगी की गयी. उन्होंने उत्तर प्रदेश निवासी राहुल शर्मा, अश्विनी मुखर्जी, सुधीर पांडेय व कोटक लाइफ इंश्योरेंस के रवि केशरी के खिलाफ षडयंत्र के तहत धोखाधड़ी का मामला धनबाद थाना में दर्ज कराया है. क्या है […]
धनबाद: सिंफर के वरिष्ठ वैज्ञानिक तेज बहादुर सिंह के साथ इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर 28 हजार रुपये की ठगी की गयी. उन्होंने उत्तर प्रदेश निवासी राहुल शर्मा, अश्विनी मुखर्जी, सुधीर पांडेय व कोटक लाइफ इंश्योरेंस के रवि केशरी के खिलाफ षडयंत्र के तहत धोखाधड़ी का मामला धनबाद थाना में दर्ज कराया है.
क्या है मामला : श्री सिंह ने पुलिस को बताया कि 15/9/13 को उन्होंने कोटक लाइफ इंश्योरेंस, बैंक मोड़ से 15 वर्षो के लिए पॉलिसी ली थी. उन्होंने 1.5 लाख रुपया जमा किया. 28/9/13 को राहुल ने उन्हें फोन कर अपने को कोटक महेंद्रा लाइफ इंश्योरेंस का अधिकारी बता कर पॉलिसी नंबर व अन्य जरूरी जानकारी ले ली.
उसके बाद राहुल ने बताया कि आपका डेढ़ लाख रुपया का वैल्यू घट कर 139420 रुपया हो गया है, इसे बचाने के लिए आपको अतिरिक्त रकम देनी पड़ेगी. राहुल ने इन्हें आइआरडीए रुल के अनुसार कागजात जमा करने को कहा और बताया कि इसके उपरांत आपके घटे हुए रुपये आपके एकाउंट में आ जायेंगे. इस सिलसिले में हमारे कर्मचारी आपके यहां जायेंगे. दूसरे दिन रवि केसरी नामक व्यक्ति सिंह के घर पहुंच गया और नयी पॉलिसी की सलाह दी. सिंह ने नयी पॉलिसी के लिए एसबीआइ बैंक हीरापुर ब्रांच के नाम पर 32535 रुपया का चेक काटा और बताया कि इसमें दस सालों तक प्रीमियम भरना होगा. इस दौरान रवि ने उनसे पॉलिसी के सारे जरूरी कागजात की जेरोक्स कॉपी ले ली. राहुल ने उनसे प्रोसेसिंग खर्च के नाम पर 28 हजार रुपया सुधीर पांडेय के एकाउंट में डलवा लिया और कहा कि इसकी रकम आपके एकाउंट में आ जायेगी. लेकिन जब रुपया नहीं आया तो उन्होंने राहुल के नंबर पर कई बार फोन किया. फोन स्वीच ऑफ मिलने लगा. उनका शक गहराने लगा. वह कोटक महेंद्रा लाइफ इंश्योरेंस, बैंक मोड़ गये और अपनी दोनों पॉलिसी बंद करा दी. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.