धनबाद : शारदीय नवरात्र को लेकर कोयलांचल में श्रद्धा, उत्साह व उमंग का माहौल है. पूजा पंडाल व विद्युत सज्जा का काम अंतिम चरण में है. 30 सितंबर को नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा होगी. मंगलवार को विभिन्न पूजा पंडालों में कल्पारंभ व बेलवरण का विधान होगा. इसके बाद संध्या में नव पत्रिका स्नान एवं जलयात्र निकलेगी. इसके बाद देवी का आमंत्रण एवं अधिवास होगा.
पद्म फूल से बनायी जाती हैं छह आंखें : ग्रामीण इलाकों में पद्म फूल से मां दुर्गा के आह्वान के लिए छह आंखें बनायी जाती हैं. सभी आंखें अलग-अलग तरह की होती हैं. मां के आह्वान के साथ ही महिलाएं मां दुर्गा की आराधना करते हुए कर्णप्रिय गीत गाती है. इसके अलावा खेत से मिट्टी (दुधिया मिट्टी) लाकर लोग अपने-अपने घरों की पोताई करते हैं. जिस गांव के सार्वजनिक मंडप में वैष्णवी पूजा होती है, वहां जब तक मां की प्रतिमा विसजिर्त नहीं हो जाती है तब तक लोग मांस-मछली नहीं खाते हैं.