धनबाद का गौरव: लोकतंत्र के पर्व में शरीक होने फ्रांस से पहुंची 18 साल की विदुषी

फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित स्यांसेस पो कॉलेज में पॉलिटिकल सांइस की छात्रा है विदुषी,

By Prabhat Khabar News Desk | May 24, 2024 12:43 AM

धनबाद.

देश लोकतंत्र का पर्व मना रहा है. छठे चरण में धनबाद भी इतिहास रचने को तैयार है. हालांकि इस बीच वोटर टर्नआउट में आयी गिरावट ने चुनाव आयोग की चिंता बढ़ायी है. राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने राज्य में पहले चरण के चुनाव के बाद सभी जिलों के निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिखकर वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने की पहल करने का निर्देश दिया है. वहीं दूसरी ओर, धनबाद की 18 साल की विदुषी पूर्वे ने उन मतदाताओं के लिए मिसाल कायम की है, जो लोकतंत्र के पर्व को छुट्टी के दिन की तरह मनाते हैं. फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित स्यांसेस पो कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस की पढ़ाई कर रही विदुषी सेकेंड ईयर की छात्रा हैं. 25 मई को धनबाद के बरटांड़ में एंप्लॉयमेंट एक्सचेंज स्थित बूथ संख्या 140 में वह अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगी. विदुषी कहती हैं कि ना टिकट के लिए खर्च किए गये 40 हजार रुपये मेरे लिए गौरव का विषय है और ना ही नौ घंटे की उड़ान. मेरे लिए गर्व का विषय यह है कि मैं पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करूंगी. 20 मई को पेरिस से फ्लाइट लेकर 21 मई को विदुषी कोलकाता पहुंची. वहां से अपने पिता शहर के जाने-माने रेडियोलॉजिस्ट प्रणय कुमार पूर्वे के साथ धनबाद आयीं.

छात्रा ने बताया कि वोट देकर आप अपने देश पर उपकार नहीं करते, बल्कि इस लोकतंत्र ने आपको मताधिकार देकर उपकृत किया है. पांच वर्षों में यही एक मौका होता है, जब आप उन्हें चुनते हैं, जो आपके लिए नीतियां निर्धारित करते हैं. अगर आपको व्यवस्था से असंतोष है, कहीं कोई बदलाव चाहते हैं, तो यही एक मौका है, जब आप अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र की ताकत आजमा सकते हैं.

हर एक वोट महत्वपूर्ण, घरों से बाहर निकलें मतदाता :

धनबाद लोकसभा क्षेत्र के लिए शहरी मतदाताओं की उदासीनता एक बड़ा मुद्दा है. पिछले लोकसभा चुनाव में धनबाद शहरी क्षेत्र में करीब 55 प्रतिशत मतदान हुआ. विदुषी कहती हैं कि मुझे मेरे परिवार ने हमेशा यही सिखाया कि सशक्त लोकतंत्र के निर्माण में एक-एक वोट कीमती है. इसलिए 18 वर्ष की होने पर जब मैंने पहली बार मतदान की इच्छा जतायी, तो तुरंत मेरे पिता ने पेरिस से कोलकाता तक का मेरा टिकट करवाया. कई टाइम जोन पार कर मैं धनबाद पहुंची. जेटलैग अबतक खत्म नहीं हुआ है, लेकिन चेहरे पर मुस्कान है, क्योंकि सशक्त लोकतंत्र के निर्माण में इस बार मेरा भी एक वोट मायने रखेगा.

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