धनबाद रेल मंडल के 18449 कर्मचारी यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) का लाभ ले सकते हैं. इनमें से अगर कोई न्यू पेंशन स्कीम में रहना चाहता है, तो वह रह सकता है. जो कर्मचारी यूपीएस में आना चाहते हैं, वे स्कीम से जोड़े जायेंगे. उक्त बातें धनबाद रेल मंडल के डीआरएम कमल किशोर सिन्हा ने कही. वह सोमवार को डीआरएम कार्यालय के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में पत्रकारों को यूपीएस की जानकारी दे रहे थे. कहा कि धनबाद रेल मंडल में करीब 24 हजार कर्मचारी हैं. इनमें से करीब 75 प्रतिशत कर्मचारी यूपीएस के योग्य हैं.
2004 के बाद बहाल होने वाले को मिलेगा लाभ :
डीआरएम ने कहा कि धनबाद रेल मंडल में करीब पांच हजार कर्मचारी को पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ मिल रहा है. न्यू पेंशन स्कीम पाने वाले 2620 कर्मचारी हैं. 2004 के बाद बहाल होने वाले कर्मचारियों को यूपीएस का लाभ एक अप्रैल 2025 से मिलेगा. 2004 के बाद बहाल होने वाले कर्मचारियों की संख्या 18449 है. मौके पर एडीआरएम इंफ्रा अमित कुमार, सीनियर डीपीओ अजीत कुमार आदि मौजूद थे.डीआरएम ने बताया यूपीएस का लाभ :
डीआरएम ने बताया कि नौकरी के 25 वर्ष पूरे होने पर यूपीएस में अंतिम 12 महीनों के वेतन के औसत का आधा पेंशन तथा उसके साथ मंहगाई राहत भत्ता दिये जाने का प्रावधान किया गया है. 10 वर्षों की सेवा पर 10 हजार रुपये पेंशन मिलेगी. इसपर मंहगाई राहत भत्ता भी मिलेगा. 10 से अधिक 25 वर्षों से कम अवधि की सेवा के लिए उसी अनुपात में पेंशन मिलेगी. पेंशनधारी की मृत्यु होने पर उसकी मूल पेंशन की 60 प्रतिशत राशि पारिवारिक पेंशन के रूप में उसके आश्रित को मिलेगी. योगदान राशि के रूप में कर्मचारियों की भागीदारी 10 प्रतिशत ही रखी गयी है. इसमें सरकार की भागीदारी 18.5 प्रतिशत की जायेगी. कर्मचारी को यह छूट दी गयी है कि वे एनपीएस व यूपीएस में से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है