हड़ताल भ्रम फैलाने वाली : धकोकसं
संवाददाता, धनबाद धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष बिंदेश्वरी प्रसाद, महामंत्री गौरा चंद्र चटर्जी एवं संयुक्त महामंत्री केपी गुप्ता ने शुक्रवार को संयुक्त रूप से कहा कि 24 नवंबर की प्रस्तावित हड़ताल राजनीतिक है. यह कोयला मजदूरों को दिग्भ्रमित करने एवं छलने का प्रयास है. चुनाव में लाभ लेने के लिए हड़ताल की घोषणा की […]
संवाददाता, धनबाद धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष बिंदेश्वरी प्रसाद, महामंत्री गौरा चंद्र चटर्जी एवं संयुक्त महामंत्री केपी गुप्ता ने शुक्रवार को संयुक्त रूप से कहा कि 24 नवंबर की प्रस्तावित हड़ताल राजनीतिक है. यह कोयला मजदूरों को दिग्भ्रमित करने एवं छलने का प्रयास है. चुनाव में लाभ लेने के लिए हड़ताल की घोषणा की गयी है. मजदूर हड़ताल में शामिल होने वाले नहीं हैं. हड़ताल सफल नहीं होगी. हड़ताल पर सवाल उठाते हुए नेताओं ने कहा कि जिन सवालों को लेकर भामसं ने वेतन समझौता नौ पर हस्ताक्षर नहीं किया था. उन्हीं सवाल पर हड़ताल करना क्या सही है. भामसं सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों का विरोध करता है. कोल इंडिया मे विनिवेश और निजी करण का हम भी विरोध करते है. लेकिन क्या एक दिन के हड़ताल से सरकार सुन लेगी. सरकार को झुकाने के लिए लंबे आंदोलन के पक्ष मे भामसं है. भामसं सभी यूनियनों से एक साथ आकर सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ लंबा संघर्ष करने का आह्वान किया है. नेताओं ने कोयला मजदूरों से हड़ताल में शामिल नहीं होने की अपील की. इस मौके पर रामचंद्र पासवान, गुलाब यादव आदि उपस्थित थे.